Priyanka meets the family members of Sonbhadra massacre: सोनभद्र नरसंहार कांड़-पीड़ितों के परिजनों से जीमन पर बैठ कर प्रियंका ने की भेंट

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वाराणसी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी एक बार फिर सोनभद्र के उभ्भा गांव में नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने पहुंची। प्रियंका जहां भी जाती हैं वहां के रंग में रंग जाती है। ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला उभ्भा गांव में। यहां पीड़ितों के परिजनों से मिलने पहुंची प्रियंका ने यहां जमीन पर बैठकर ही उनसे मुलाकात की। गौरतलब है कि कि पिछले महीने उभ्भा गांव में जमीन के लिए 10 गोंड आदिवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले प्रियंका गांधी मंगलवार सुबह 10 बजे वाराणसी के लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंचीं। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद वह सड़क मार्ग से सोनभद्र जिले के उम्भा गांव पहुंची।

प्रियंका गांधी उम्भा गांव में प्रभावित परिवारों से विकास कार्यों के बारे में बात करेंगी और घटना के बाद उनकी सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए कदमों की जानकारी लेंगी। गौरतलब है कि सोनभद्र में जमीन के लिए हुए नरसंहार के बाद प्रियंका गांधी वहां जाना चाहती थी लेकिन यूपी सरकार के प्रशासन ने उन्हें वहां जाने नहीं दिया था। घोरावल इलाके में 17 जुलाई को जमीन के एक टुकड़े को लेकर हुए संघर्ष में 10 गोंड आदिवासियों की हत्या कर दी गई थी और 18 अन्य घायल हो गए थे। सोनभद्र गोलीकांड में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने 19 जुलाई को पहुंचीं प्रियंका गांधी को राज्य प्रशासन ने बीच रास्ते में ही रोक लिया था और बाद में हिरासत में ले लिया था। प्रियंका ने वाराणसी के अस्पताल में, गोलीकांड में घायल हुए लोगों से मुलाकात की थी। वहां से उम्भा जाते हुए प्रियंका को मिजार्पुर में रोककर हिरासत में ले लिया गया था। प्रियंका सोनभद्र जाने से रोके जाने के बाद बीच सड़क पर ही बैठ गई थीं। धरने पर बैठीं प्रियंका को चुनार अतिथिगृह ले जाया गया था। अगले दिन 20 जुलाई को आदिवासी समुदाय के सदस्यों ने प्रियंका से मुलाकात की थी। उन्होंने प्रभावित परिवारों को आर्थिक मदद देने का वादा किया था। यह मदद उन्हें बाद में पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल की ओर से दी गई।