नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर बरसी। उन्होंने केंद्र सरकार को आर्थिक नीतियों के मामले पर आड़े हाथों लिया। प्रियंका ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की रफ्तार सवा छह वर्ष के निचले स्तर पर लुढ़क गई है। अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। वाड्रा ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2019) के जारी आंकड़ों को लेकर ट्विटर पर लिखा, जीडीपी विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। बता दें कि वित्त वर्ष 2012-13 की चौथी तिमाही के बाद जीडीपी में सबसे कमजोर बढ़ोतरी है। वर्ष 2012-13 की अंतिम तिमाही में विकास दर 4.3 प्रतिशत रही थी। वित्त वर्ष 2017-18 की अंतिम तिमाही (8.1 प्रतिशत) के बाद से विकास दर गिर रही है। पिछले वित्त वर्ष की पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी तिमाही में जीडीपी क्रमश: आठ प्रतिशत, सात प्रतिशत, 6.6 प्रतिशत और 5.8 प्रतिशत की रफ्तार से नीचे आती रही। गौरतलब है कि जीडीपी आंकड़ों में विकास दर सवा छह वर्ष के निचले स्तर पांच प्रतिशत पर आ गई है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगे लिखा कि न जीडीपी ग्रोथ है न रुपये की मजबूती। रोजगार गायब है। कांग्रेस महासचिव ने सरकार पर तंज कसा कि अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की यह किसकी करतूत है। केंद्रीय सांख्यिकी कायार्लय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक विनिमार्ण, कृषि और खनन क्षेत्र में सुस्ती के कारण देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर लगातार पांचवीं तिमाही में घटते हुये चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पांच प्रतिशत रह गयी जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह वृद्धि दर आठ प्रतिशत रही थी।