दौरे का उद्देश्य प्रदेश के शैक्षिक क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव डालना
Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार का उद्देश्य शिक्षा के स्तर को उठाना और छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। इसी के चलते प्रदेश सरकार इस क्षेत्र में नए-नए रचनात्मक प्रयोग कर रही है ताकि छात्रों को अच्छी शिक्षा दी जा सके। इसी कड़ी में प्रदेश के शिक्षकों को शिक्षा की अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने कार्यक्रम जारी किया है। इसी का एक हिस्सा है शिक्षकों को विदेशों में प्रशिक्षण मुहैया कराना। यह कहना है शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस का जो स्कूल प्रिंसिपल के दल के विदेश दौरे संबंधी जानकारी साझा कर रहे थे।
36 प्रिंसिपल 5 दिन लेंगे प्रशिक्षण
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि प्रदेश में स्कूल शिक्षा के स्तर को और ऊंचा उठाने के उद्देश्य से पंजाब सरकार द्वारा 36 स्कूल प्रिंसिपलों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर भेजने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि लीडरशिप डिवेलपमेंट प्रोग्राम के तहत अब तक पंजाब के 198 प्रिंसिपल और शिक्षा अधिकारी सिंगापुर की प्रिंसिपल्स अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं।
इस कार्यक्रम के तहत अब 36 स्कूल प्रिंसिपलों का 7वां बैच इस वर्ष मार्च में सिंगापुर भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रहे शिक्षकों, स्कूल प्रमुखों और स्कूल शिक्षा प्रबंधकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए स्टेट काउंसिल आॅफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी ) में एक “इंटरनेशनल एजुकेशन अफेयर्स सेल (आईईएसी)” स्थापित किया गया है।
यह मानदंड किए गए हैं तय
इस प्रशिक्षण के लिए पात्रता मानदंड साझा करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि उम्मीदवार की आयु 31 जनवरी 2025 तक 53 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए और उसके पास कम से कम सितंबर 2025 तक वैध भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार के खिलाफ कोई चार्जशीट, जांच या आपराधिक मामला लंबित नहीं होना चाहिए। इन प्रारंभिक शर्तों को पूरा करने वाले सभी उम्मीदवार अगले चरण में शामिल होंगे, जहां उनकी चयन प्रक्रिया मेरिट के आधार पर होगी, जो कि शैक्षणिक योग्यता, अनुभव, ए सी आर और पुरस्कारों के आधार पर तय की जाएगी।