जलवायु शिखर सम्मेलन 2019 के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली में सहायक सचिवालय कार्यालय सहित आपदा प्रबंधन आधारभूत संरचना पर अंतरराष्ट्रीय गठबंधन (सीडीआरआई) की स्थापना का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री न्यूयार्क में 23 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में इसकी शुरूआत करेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा यह शिखर सम्मेलन जलवायु परिवर्तन के प्रभावों और इससे होने वाली आपदाओं से निपटने के राष्ट्राध्यक्षों की प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने के लिए आयोजित किया जाता है। हालांकि इस प्रस्ताव को प्रधानमंत्री ने 13 अगस्त को ही मंजूरी दे दी थी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस के विशेष दूत ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कदम उठाने के लिए भारत की सहभागिता बहुत महत्वपूर्ण है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु संबंधी मामलों में नेतृत्व जारी रखने की पुन: प्रतिबद्धता जताई है।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ने भारतीय कंपनियों के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा, ‘मैंने हाल में भारत की यात्रा की और सीमेंट उद्योग समेत बड़ी संख्या में अनेक कंपनियों – टाटा, महिंद्रा जैसी कंपनियों के साथ बैठक की। ये उद्योग जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अपनी भागीदारी बढ़ा रहे हैं।’ अल्बा ने चीन को संदेश दिया कि उसे ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल में हरियाली पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।