नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के संबंध अन्य देशों के साथ मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत रहते है। पीएम मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के पहले विदेश दौरे पर भूटान पहुंचे। दो दिवसीय भूटान दौरे पर पीएम भूटान की राजधानी थिम्पू पहुंचे। जहां उनको जोरदार स्वागत किया गया। पीएम मोदी ने भूटान रवाना होने से पहले उम्मीद जतायी कि भूटान के नेतृत्व के साथ उनकी बातचीत सार्थक रहेगी और विश्वास जताया कि इससे हमारी मित्रता और मजबूत होगी। आपको बता दें कि पीएम मोदी का यह दूसरा भूटान दौरान है। पीएम मोदी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, ह्लमैं द्विपक्षीय संबंधों के तमाम पहलुओं पर भूटान नरेश, पूर्व नरेश और वहां के प्रधानमंत्री के साथ सार्थक बातचीत को लेकर आशान्वित हूं। मैं भूटान के रायल विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करने को लेकर भी उत्सुक हूं। उन्होंने कहा मुझे विश्वास है कि इस यात्रा से हमारी भूटान के साथ वर्षों से जांची परखी मित्रता और मजबूत होगी तथा दोनों देशों के लोगों की समृद्धि तथा प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी। उन्होंने भूटान के साथ भारत की दोस्ती को कितनी अहमियत दी है यह इससे जाहिर है कि अपने दूसरे कार्यकाल के शुरू में भूटान की यात्रा पर हूं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने पिछले वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की स्वर्ण जयंती मिलकर मनायी थी। दोनों देशों की मित्रता विशेष है और भारत की पड़ोसी पहले की नीति का यह महत्वपूर्ण स्तंभ है। सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के बीच इस दौरान कम से कम दस करारों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है और पांच परियोजनाओं का उद्घाटन किया जायेगा। मेंगदेछू पनबिजली परियोजना का भी इसी दौरान उद्घाटन किया जा सकता है। वह एक कार्यक्रम भारतीय रूपे कार्ड को भी वहां लांच करेंगे। इससे पहले रूपे कार्ड सिंगापुर में भी लांच किया जा चुका है। प्रधानमंत्री भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक ग्राउंड स्टेशन का उद्घाटन करेंगे।