Aaj Samaj (आज समाज),Mahendergarh News ,नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़: सरकार द्वारा कर्मचारी विरोधी नीतियों को लगातार लागू किया जा रहा है। सरकार की यह नीति सरकारी विभागों को धीरे धीरे समाप्त करने की साजिश की ओर इशारा कर रही है। हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन इसको बर्दाश्त नहीं करेगी। उपरोक्त विचार हेमसा के प्रदेश प्रेस प्रवक्ता सुजान मालड़ा ने प्रेस के नाम जारी बयान में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है।
एक तरफ सरकार ने कर्मचारियों का ध्यान 35400 के वेतनमान की तरफ आकर्षित कर दूसरी ओर डाइट में कार्यरत 60 लिपिकों का डेपुटेशन डीईओ कार्यालयों में करने का आदेश डीएसई पंचकूला से सोमवर को जारी कर कर्मचारियों की पीठ में खंजर घोंपने का कार्य किया है। इससे पहले हरियाणा सरकार ने 14 अगस्त 2020 में हुए लिपिकों के तबादलों में प्रदेश के हजारों मिडिल स्कूलों से लिपिक के पद को कैप्ट कर स्कूलों को खाली करने और लिपिकों को 150 से 250 किलोमीटर दूर नौकरी करने पर मजबूर किया। पिछले एक साल से अलग-अलग स्कीम लागू कर सैंकड़ों सरकारी विद्यालयों को मर्ज किया गया। जुलाई 2023 में डाइट में कार्यरत अधीक्षकों का भी डेपुटेशन जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में कर दिया गया।
इसके अलावा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से संबंधित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में परिवर्तित कर हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी को भी खत्म करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकारी महकमे बचेंगे तब ही वेतन और पेंशन का लाभ मिलेगा। हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन सरकार से मांग करता है कि 6 नवंबर को 60 लिपिकों के डेपुटेशन के जो आदेश जारी किए है। उनको तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए। अन्यथा हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर सरकार की इन कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में आगामी आंदोलन की रुपरेखा तैयार की करेगी।
यह भी पढ़ें : Illegal Stock Of Firecrackers : महेंद्रगढ़ में करीब 1 लाख 50 हजार की कीमत के पटाखे बरामद
यह भी पढ़ें : Trident Diwali Fair : ट्राइडेंट दिवाली मेले में दर्शकों का मनोरंजन करने पहुंचे विश्वप्रसिद्ध गायक गुरदास मान।