आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
देश में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के लिए 18 जुलाई की तारीख निर्धारित हो गई है। चुनाव के मतों की गणना 21 जुलाई को होगी। गुरुवार दोपहर चुनाव आयोग ने इन तारीखों का ऐलान किया। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है।
यह है चुनाव प्रक्रिया
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव अनुच्छेद 55 के अनुसार आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के एकल संक्रमणीय मत पद्धति से होता है। राष्ट्रपति को लोकसभा और राज्यसभा के अलावा राज्य की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों पांच साल के लिए चुनते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा। मतगणना 21 जुलाई को की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होगा।
बिहार के राज्यपाल रह चुके रामनाथ
अपने राष्ट्रपति पद से पहले, राम नाथ कोविंद ने 2015 से 2017 तक बिहार के 26 वें राज्यपाल और 1994 से 2006 तक राज्यसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया। भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 25 जुलाई, 2017 से भारत के 14वें और वर्तमान राष्ट्रपति के रूप में सेवा दे रहे हैं। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं और उत्तर प्रदेश के पहले व्यक्ति भी हैं जिन्होंने राष्ट्रपति के रूप में सेवा दी है।
भारत के राष्ट्रपति का कैसे होता है चुनाव ?
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है, जिसमें भारत की संसद के लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य होते हैं शामिल। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 62 के अनुसार, अगले राष्ट्रपति का चुनाव मौजूदा कार्यकाल के खत्म होने से पहले कराया जाना जरूरी है।
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