नई दिल्ली। मोदी सरकार 2014 में वित्तमंत्री रहे अरुण जेटली का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वह नौ अगस्त से ही एम्स में भर्ती है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सूत्रों ने बताया कि भर्ती होने के बाद से ही उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को एम्स जाकर पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के स्वास्थ्य का हाल जाना। राष्ट्रपति के अस्पताल पहुंचने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी इस दौरान वहां मौजूद थे। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने नौ अगस्त के बाद से उनके स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर कोई बुलेटिन जारी नहीं किया है। सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद नौ अगस्त को उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था। बीते शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने एम्स जाकर जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी , जिसके बाद उनके कार्यालय ने कहा था कि जेटली पर इलाज का असर हो रहा है। जेटली पेशे से एक वकील हैं और वह भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का अहम हिस्सा रहे थे। गौरतलब है कि अपने खराब स्वास्थ्य के कारण ही जेटली ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था। बता दें कि पिछले साल 14 मई को एम्स में उनके गुर्दे का प्रत्यारोपण हुआ था और उस वक्त उनकी जगह रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। लंबे समय से मधुमेह से ग्रसित होने के कारण अपने बढ़े हुए वजन को ठीक करने के लिये सितंबर 2014 में उन्होंने बेरियाट्रिक सर्जरी करायी थी