मुंबई। महाराष्ट्र में हाईवोल्टेज ड्रामा राजनीतिक पार्टियों का चलता रहा। कोई भी पार्टी राज्यपाल के पास 145 विधायकों का समर्थन नहीं दिखा सकी। पार्टियां अपने गतिरोधों को समाप्त नहीं कर सकी और किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं होने से कोई भी पार्टी सीधे तौर पर सरकार बनाने का दावा पेश नहीं कर सकी। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले आज दिन में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की रिपोर्ट पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की उद्घोषणा पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि राज्य की विधानसभा निलंबित अवस्था में रहेगी। उनके अनुसार, राज्यपाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राज्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि चुनाव परिणाम घोषित होने के 15 दिन बाद भी एक स्थायी सरकार संभव नहीं है। राज्यपाल ने कहा कि सरकार गठन के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, लेकिन उन्हें स्थायी सरकार बनने की कोई संभावना नहीं दिखती।