President Draupadi Murmu Address: देश बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम

0
58
President Draupadi Murmu Address देश बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम
President Draupadi Murmu Address: देश बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम

Parliament Joint Meeting Update, (आज समाज), नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि सरकार एक डिजिटल विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में भी काम कर रही है। अटल टिंकरिंग लैब्स, स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैंड-अप इंडिया जैसे अभियान हमारे युवाओं का सामर्थ्य बढ़ा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों से आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम बन चुका है।

पीएम स्वनिधि का विस्तार किया जाएगा

उन्होंने बताया डिजिटल इंडिया तथा डाकघरों के नेटवर्क का उपयोग करके दुर्घटना और जीवन बीमा के कवरेज को बढ़ाने का काम हो रहा है। पीएम स्वनिधि का विस्तार किया जाएगा और ग्रामीण व सेमी अर्बन क्षेत्रों के रेहड़ी-पटरी वाले भाई-बहनों को भी इसके दायरे में लाया जाएगा।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक हुए मजबूत

राष्टÑपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा, हमारे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक आज मजबूत और लाभदायक हैं। इन बैंकों का लाभ 2023-24 में 1.4 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 35 फीसदी ज्यादा है। हमारे बैंकों की मजबूती उन्हें ऋण आधार का विस्तार करने व राष्ट्र के आर्थिक विकास में योगदान करने के लिए सक्षम बनाती है।

रक्षा क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए कई कदम उठाए गए

राष्ट्रपति ने कहाए मेरी सरकार ने डिफेंस सेक्टर यानी रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। आॅर्डनेंस फैक्ट्रीज के रिफॉर्म्स से डिफेंस सेक्टर को बहुत लाभ हुआ है। 40 से अधिक आॅर्डनेंस फैक्ट्री को 7 निगमों में संगठित करने से इनकी क्षमता व दक्षता दोनों बढ़ी हैं। ऐसे ही रिफॉर्म्स के कारण भारत आज 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग कर रहा है।

घुड़सवार अंगरक्षकों के साथ संसद भवन पहुंचीं राष्ट्रपति

बता दें कि सुबह मुर्मू राष्ट्रपति भवन से घुड़सवार अंगरक्षकों के साथ संसद भवन पहुंचीं। प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा और राज्यसभा के पीठासीन अधिकारी ने संसद भवन के गज द्वार पर उनका स्वागत किया। यहां से उन्हें पारंपरिक राजदंड ‘सेंगोल’ की अगुवाई में निचले सदन के कक्ष तक ले जाया गया।