- देशों में देश हरियाणा जहां दूध दही का खाना: राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू
- डेयरी विभाग में देश में 70% से ज्यादा भूमिका महिलाओं की : राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एनडीआरआई के 19 में दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत
Aaj Samaj, (आज समाज),President Draupadi Murmuकरनाल, इशिका ठाकुर :
राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू करनाल के राष्ट्रीय डेहरी अनुसंधान संस्थान के 19 वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे जहां पर उन्होंने छात्र छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की। एनडीआरआई मे अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने कहा कि आज एनडीआरआई के दीक्षांत समारोह में मुझे पहुंचकर बहुत ही ज्यादा प्रसन्नता हो रही है। यह संस्थान डेयरी व पशुपालन विभाग को बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए बहुत ही अच्छा काम कर रहा है हरियाणा के लोग बड़े गर्व के साथ कहते हैं दूध दही का खाना हमारा प्रदेश हरियाणा।
हरियाणा व पंजाब के किसानों ने हरित क्रांति के साथ स्वेत क्रांति में भी अहम भूमिका निभाई है। इसको लेकर उन्होंने सभी किसानों किया । वहीं छात्र छात्राओं को लेकर कहा कि इतने अच्छे संस्थान में पढ़ाई करने का मौका हर किसी को नहीं मिलता इसलिए सभी छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं हैं कि भविष्य में आप डेरी विभाग में नए-नए कीर्तिमान स्थापित करें. नई नई रिसर्च करने के लिए डेरी संस्थान के वैज्ञानिकों का भी धन्यवाद है और संस्थान के वैज्ञानिकों की उपलब्धि के लिए खुशी जाहिर की।
गाय का दूध रोगों से रखता है मुक्त
एनडीआरआई देश के सभी कृषि संस्थानों में पिछले 5 सालों में सबसे नंबर वन स्थान पर है । इस उपलब्धि के लिए एनडीआरआई की पूरी टीम बधाई की पात्र हैं । दूध और दूध से जुड़े हुए उत्पाद भारत में सभी इंसानों के खाने का महत्वपूर्ण पदार्थ है इसी की वजह से हरियाणा के खिलाड़ी पूरे देश में सबसे अच्छे माने जाते हैं और हरियाणा के जवान भी सेना में सबसे ज्यादा अपनी भूमिका निभा रहे हैं । मां के दूध के साथ गाय का दूध भी बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अमृत माना जाता है। गाय का दूध अमृत के समान है। गाय का दूध रोगों से मुक्त रखता है । दूध को पवित्र माना जाता है इसलिए इसका प्रयोग देवताओं के अभिषेक के लिए भी किया जाता है। इसलिए आज भी देश में बुजुर्गों द्वारा महिलाओं को भी दूधो नहाओ पूतो फलो का आशीर्वाद दिया जाता है। पशुधन समाज के लिए एक अभिन्न अंग माना जाता है। भारत देश में गाय को समृद्धि व सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों में भी शिव भगवान और नंदी की कहानियां बताई गई है। ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालन आय का एक प्रमुख साधन है।
भारत देश दूध उत्पादन में सबसे अव्वल है। विश्व में दूध उत्पादन में भारत का 22% हिस्सा है । डेयरी एवं पशुपालन विभाग देश में अहम भूमिका निभा रहा है। डेरी सेक्टर का देश की जीडीपी में 5% सहयोग है। डेरी व पशुपालन विभाग देश के आठ करोड़ लोगों को आजीविका प्रधान कर रहा है 1923 में स्थापित एनडीआरआई संस्थान ने देश के विकास करने में बहुत ही बड़ा योगदान है. महात्मा गांधी व मदन मोहन मालवीय ने भी बेंगलुरु में संस्थान के द्वारा विकसित पशुधन पद्धतियों की जानकारी ली थी । संस्थान ने दूध की उत्पादकता गुणवत्ता सुधारने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यहां के हर विद्यार्थी साइंटिस्ट कर्मचारी अधिकारी कि सराहना के पात्र हैं।
डेयरी विभाग में देश में 70% से ज्यादा भूमिका महिलाओं की : राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एनडीआरआई संस्थान के शताब्ती वर्ष की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भारत मे भैंस व गाय कि काफ़ी नस्ल पाई जाती हैं। कुछ नस्ले दूसरी नस्लों की अपेक्षा 5% ज्यादा दूध देने की क्षमता रखती हैं । जिसके ऊपर एनडीआरआई में रिसर्च करके उनमें मे नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं जैसे कि क्लोन से भैंस व गाय बच्चे पैदा करना. क्लोन तकनीक विकसित करना देश और संस्थान के लिए गौरव की बात है। इससे दूध की उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है जिसे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी हुई कि पशुपालन विभाग में दूध की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए संस्थान में नई-नई रिसर्च की जा रही हैं। डेयरी व पशुपालन विभाग में देश की महिलाएं बहुत ही अच्छी भूमिका निभा रही हैं डेयरी विभाग में देश में 70% से ज्यादा भूमिका महिलाओं की है। एनडीआरआई संस्थान में गोल्ड मेडल हासिल करने वाली 50% भी लड़कियां ही हैं । और डिग्रियां लेने वाले छात्रों में भी एक तिहाई लड़कियां मौजूद है । जो बहुत ही ज्यादा खुशी की बात है। महिलाओं को देश में और ज्यादा अवसर उपलब्ध करवाने की आवश्यकता है।
डेयरी विभाग में महिलाओं को और ज्यादा समृद्ध बनाने के लिए अनुदान पर नया काम शुरू करने के लिए योजनाएं चलाई हुई है। देश में बढ़ती जनसंख्या के साथ ही देश में दूध से बने उत्पादों की उपलब्धता बढ़ रही है। मौजूदा समय में पशुओं के लिए अच्छा चारा की उपलब्धता जलवायु परिवर्तन और कई बीमारियों से डेयरी फार्मिंग जूझ रहा है । डेयरी व पशुपालन विभाग को और ज्यादा मजबूत बनाना अभी भी देश के सामने एक बड़ी चुनौती है। जिसके ऊपर सरकार व साइंटिस्ट काम कर रहे हैं। ओर उम्मीद है कि नई क्लाइमेंट तकनीक को अपनाकर डेयरी विभाग मे और ज्यादा सुधार होगा। बायोगैस के ऊपर भी संस्थान काम कर रहा है जिसके लिए यह बधाई के पात्र है। नई नई तकनीक अपनाकर डेरी विभाग को और भी ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। विद्यार्थियों आप लोगों ने आज के दिन के लिए बहुत ही ज्यादा मेहनत की है आज लोगों ने तो यहां से डिग्री प्राप्त की है वह आपको भी गुस्से में देश की उन्नति करने के लिए प्रेरणा देगा ताकि आप अपने देश का नाम रोशन कर सकें। आप लोग लगातार नया करते रहें और देश का नाम रोशन करते रहे। उन्होंने कहा कि लोग डेरी विभाग में उधमी जरूर बने।
दीक्षांत समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने अभिभाषण कहा कि यह बहुत ही खुशी का अवसर है जब देश के राष्ट्रपति करनाल पहुंचे हैं इसके लिए वह मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ करनाल का विधायक होने पर भी राष्ट्रपति का करनाल पहुंचने पर स्वागत करते हैं। मुख्यमंत्री ने दूध उत्पादन को लेकर कहा की देश में हरियाणा का दूध उत्पादन में विशेष योगदान रहा है और इसीलिए कहा जाता है कि देशों में देश हरियाणा जहां दूध दही का खाना। देश की आबादी हरियाणा का योगदान मात्र 5% है जबकि सेना में हरियाणा के युवाओं की 10% भागीदारी है जो बड़े ही गौरव की बात है। एनडीआरआई के कारण हरियाणा का दूसरे देशों में भी महत्व बढ़ा है। हरियाणा कृषि प्रधान प्रदेश है जिसमें लोगों की निर्भरता कृषि और डेयरी उत्पादन पर है।
छात्रों को डिग्री मिलने पर मुख्यमंत्री ने दी बधाई
प्रदेश का कृषक मेहनती हो इससे भी प्रदेश का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। हरियाणा के युवाओं को लेकर किए गए सर्वे में यह भी सामने आया कि अधिकतर युवाओं रुची डेयरी उत्पादन में है। युवाओं को डेयरी क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने वित्तीय संस्थान से भी बातचीत की है और इसे सांझा डेयरी के रूप में विकसित करने की भी सरकार की योजना है। एनडीआरआई से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को डिग्री मिलने पर मुख्यमंत्री ने बधाई तथा शुभकामनाएं दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सभी डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र छात्राएं भविष्य में देश के विकास के लिए अपनी योग्यताओं को लगाएंगे। देसी गाय के क्लोन के लिए मुख्यमंत्री ने एनडीआरआई के वैज्ञानिकों को बधाई दी।