संजीव कुमार, रोहतक :
वर्तमान समय ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था का है। इस अर्थव्यवस्था में प्रभावी योगदान देने में उद्यमिता तथा नवाचार की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) विद्यार्थियों में नवोन्मेष, उद्यमिता तथा स्टार्टअप की संस्कृति विकसित करने के लिए एकेडमिया-कारपोरेट सेक्टर पार्टनरशिप पर फोकस करेगा। साथ ही, विद्यार्थियों को उद्यमिता तथा स्टार्टअप के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। ये उद्गार मदवि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने आज विश्व उद्यमी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित वेबीनार में व्यक्त किए।
मदवि के सेंटर फॉर स्टार्टअप, इनक्यूबेशन एण्ड इन्नोवेशन तथा इंस्टीट्यूट आॅफ मैनजमेंट स्टडीज एण्ड रिसर्च (इमसॉर) के संयुक्त तत्वावधान में आज- इन्नोवेशन ड्रिवन एन्त्रोप्रोनियरशिप विषयक इस ई-संगोष्ठी में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि एमडीयू के सेंटर फॉर स्टार्टअप, इनक्यूबेशन एण्ड इन्नोवेशन के तत्वावधान में योजनाबद्ध ढंग से उद्यमिता संबंधित जागरूकता तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए उद्योग जगत से भी सहयोग लिया जाएगा। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विद्यार्थियों को रोजगार सृजनकत्र्ता बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी नौकरी लेने की जगह नौकरी देने वाले बनें।
इस संगोष्ठी के संयोजक तथा इमसॉर निदेशक प्रो. राजकुमार ने कहा कि वर्तमान समय इन्नोवेशन आधारित एन्त्रोप्रोनियरशिप का है। इसमें टैक्नोलोजी की विशेष भूमिका होगी। प्रो. राजकुमार ने कहा कि इमसॉर में एन्त्रोप्रोनियरशिप संस्कृति इको-सिस्टम पर विशेष फोकस किया जाएगा।
इससे पूर्व, निदेशक, सेंटर फॉर स्टार्टअप, इनक्यूबेशन एंड इन्नोवेशन प्रो. मुनीष गर्ग ने मदवि में इन्नोवेशन तथा एन्त्रोप्रोनियरशिप संबंधित रोड मैप की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एमडीयू में इन्नोवेटर फोरम की स्थापना की जाएगी।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता फेडरेशन आॅफ इंयिन इंडस्ट्री के महानिदेशक दीपक जैन ने कहा कि आज उद्यमिता आधारित अर्थव्यवस्था का युग है। कोविड 19 महामारी के उपरांत स्वास्थ्य संबंधित उद्यम की जरूरत बढ़ी है। विद्यार्थियों को उद्यमिता के नए अवसर तलाशने होंगे। दीपक जैन ने कहा कि उद्यमिता के लिए विद्यार्थियों को मेहनत तथा लगन से तैयारी करनी होगी। बिना योजनाबद्ध तैयारी के इस क्षेत्र में सफलता नहीं मिल सकती, ऐसा उनका कहना था। दीपक जैन ने कहा कि एफआईआई एमडीयू के विद्यार्थी-उद्यमियों को प्रशिक्षण देने का जिम्मा उठाने को तैयार है।
प्रतिष्ठित उद्यमी, औक्सेनो कैपीटल के प्रबंध पार्टनर ब्रिजेश दामोदरन ने इन्नोवेशन तथा एन्त्रोप्रोनियरशिप के तकनीकी पहलुओं पर विशेष व्याख्यान दिया। ब्रिजेश दामोदरन ने बताया कि इन्नोवेटिव माइंडसैट उद्यमिता के लिए जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव डा. आरती चहल ने किया। कार्यक्रम में इमसॉर समेत अन्य विभागों के प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी शामिल हुए।
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