शादी से पहले फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का चलन बढ़ा

0
606

आजकल शादी से पहले प्री-वेडिंग शूट (फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी) का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्री वेडिंग शूट का मकसद यह होता है कि शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन थोड़ा फ्रेंडली हो जाएं। ज्यादातर केसेज में जो फटॉग्राफर प्री-वेडिंग शूट करता है, वही शादी का शूट भी करता है। ऐसे में फोटॉग्राफर के साथ भी उनकी टयूनिंग हो जाए तो सही रहता है। प्री-वेडिंग शूट करने वाले वालों के अनुसार, ’आजकल हर किसी को प्री-वेडिंग शूट कराना होता है। प्री-वेडिंग शूट की लोकेशन कस्टमर की चॉइस पर निभर रहती है। किसी को पहाड़ पसंद है, किसी को बीच पसंद है, तो किसी को किले या महल पसंद हैं। उनकी पसंद के मुताबिक जिम कॉर्बेट,नीमराणा, उदयपुर, जयपुर, गोवा, केरल, दुबई, मलेशिया, थाईलैंड जाकर आपके बजट के मुताबिक प्री-वेडिंग शूट करने का खर्च 1 लाख से लेकर 5 लाख तक का आता है।’

कम बजट वालों के लिए हम आउटडोर लोकेशंस के नाम दिल्ली के लोदी गार्डन, हुमायूं का मकबरा, नेचर पार्क और मान्यूमेंट्स में शूट करते थे लेकिन अब पुलिस की सख्ती बढ़ती जा रही है और इन जगहों पर कमर्शल शूटिंग की इजाजत नहीं है। ऐसे में, इस प्रॉब्लम के सॉल्यूशन के तौर पर एनसीआर में कुछ ऐसे स्टूडियो खुल गए हैं, जहां पर बाकायदा फिल्मों की तरह सेट लगाकर कपल्स का प्री-वेडिंग शूट किया जाता है। आजकल कपल्स का रुझान भी सेट्स की ओर ज्यादा है, क्योंकि वहां पर शूट करना काफी आसान होता है। वहां आपको कोई टेंशन नहीं है, तो शूटिंग से लेकर कॉस्टयूम तक अवेलेबल हैं। वरना लोदी गार्डन या हुमायूं का मकबरा में ड्रेस चेंज करने में काफी परेशानी आती थी।’

हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उसकी लवस्टोरी हीरो-हीरोइन की तरह बड़े पर्दे पर सबके सामने चले। वेडिंग फटॉग्राफरों के अनुसार, शॉर्ट फिल्म शूट तो हर कोई कराना चाहता है, लेकिन यह ख्वाब सबका पूरा नहीं हो पाता। वह बताते हैं, ’तमाम लोग आकर हमारे पास डिमांड करते हैं कि उनकी लवस्टोरी पर शॉर्ट फिल्म बना दें, जिसे वे अपनी एंगेजमेंट पर सबको दिखा सकें। मसलन कि वे पहले पब में मिलें, फिर प्रपोज किया वगैरह- वगैरह। हालांकि रियल लोकेशन पर तो शूट करना मुमकिन नहीं होता,लेकिन हम सेट पर उनकी डिमांड पूरी करने की कोशिश करते हैं। मसलन कैसे वे कैफे में मिले, पिकनिक हुआ, फोन पर बातें हुई,रोमांटिक डेट हुई हालांकि विडियो शूट कराना हर किसी के बस का नहीं होता। अमूमन 10 में से 2 कपल ही विडियो शूट करा पाते हैं। वरना ज्यादातर को फोटोज से ही काम चलाना पड़ता है। दरअसल, फोटो के लिए आपको सिर्फ 2 सेकंड स्टिल होना पड़ता है,लेकिन विडियो के लिए आपको कम से कम 15 सेकंड कैमरे के सामने कंफर्टेबल होना पड़ता है। आजकल म्यूजिक विडियो भी काफी डिमांड में हैं, जहां कपल्स को स्लो मोशन में फिल्मों वाले अंदाज में शूट किया जाता है। बाकी जो विडियो नहीं शूट कर पाते, वे लोग अपने फोटोज का म्यूजिक के साथ स्लाइड शो बनवा लेते हैं।