- फास्ट फूड व तले पदार्थों से बचने की अपील
- ज्यादातर घर का बना खाना खाएं देश के युवा
- माता व पिता, संतों और बड़ों का करें सम्मान
Prayagraj Mahakumbh 2025, (आज समाज), लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का आज 11वां दिन है और अब तक करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु तीन नदियों-गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम (त्रिवेणी संगम) में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। घने कोहरे व ठंड के बावजूद हर रोज हजारों श्रद्धालु संगम के घाटों पर एकत्र होकर पवित्र डुबकी लगा रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में यहां कई बाबा भी पहुंचे हैं जो अलग-अलग रूप में नजर आ रहे हैं। इनमें एक राजपाल सिंह भी है और उन्हें ‘पहलवान बाबा’ के नाम से भी जाना जाता है।
नशीली दवाएं खत्म करना व सभी को स्वस्थ बनाना लक्ष्य
पहलवान बाबा का मिशन युवाओं को जागृत करना है। वह आध्यात्मिकता को स्वस्थ जीवनशैली के आह्वान के साथ मिलाते हुए दुनिया के सबसे बड़े समागम (महाकुंभ) में इन दिनों एक प्रमुख उपस्थिति बन गए हैं। राजपाल का कहना है कि वह नशे आदि के प्रति युवाओं को जागृत करना चाहते हैं। नशीली दवाओं को खत्म करना व सभी को स्वस्थ बनाने के साथ ही भारत को विश्वगुरु बनाना उनका मिशन है। उन्होंने कहा, गलत संगत के चलते आज के युवा नशे के आदी हो गए हैं।
एक हाथ से 10,000 पुश-अप करने की क्षमता
राजपाल कहते हैं कि उनकी उम्र 50 वर्ष है और वह एक हाथ से 10,000 पुश-अप करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा , अगर मैं इस उम्र में इतनी मेहनत कर सकता हूं तो देश का युवा इससे चार गुना ज्यादा मेहनत कर सकता है। पहलवान बाबा ने युवाओं से अपने माता-पिता, संतों व बड़ों का सम्मान करने की भी अपील की।
अपने शरीर व स्टंट के जरिये प्रेरित करते हैं राजपाल
राजपाल दावा करते हैं कि वह अपना शरीर दिखाकर व विभिन्न प्रकार के स्टंट करके युवाओं को जगाने का प्रयास करते हैं। वह युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के तरीके के रूप में ताकत और लचीलापन दिखाते हैं। बाबा को प्रतिदिन 10-15 लोग फोन करके बताते हैं कि उन्होंने बाबा से प्रेरित होकर अपनी जीवनशैली बदल ली है।
छोटे-छोटे त्याग और खाद्य पदार्थों के चुनाव पर जोर
स्वस्थ जीवन जीने के लिए छोटे-छोटे त्याग और खाद्य पदार्थों के चुनाव पर जोर देते हुए बाबा कहते हैं कि भारत के महान नेताओं ने हमारे देश के लिए अपने प्राण त्याग दिए हैं, लेकिन आज हमें अपने प्राण त्यागने की जरूरत नहीं है, बल्कि छोटे-छोटे शौक व विलासिता को त्यागने की जरूरत है। पहलवान बाबा ने सभी युवाओं से फास्ट फूड और तले खाद्य पदार्थों से बचने की अपील की। बाबा ने कहा कि देश के सभी युवा ज्यादातर घर का बना खाना खाएं।
बता दें कि राजपाल सिंह ने अपने कुछ रिश्तेदारों को देखकर युवाओं को जगाने का काम शुरू किया है। पिछले साल से वह इस काम में लगे हुए हैं। उनके कुछ रिश्तेदार अपना रास्ता भटक गए थे। राजपाल का कहना है कि जो समाज के लिए काम करते हैं, वही असली संत हैं। उन्होंने पहले महाकुंभ में कभी इस बार की तरह व्यवस्था नहीं देखी। मैंने पहली बार ऐसी व्यवस्था देखी है। अगर देश के सभी मुख्यमंत्री ऐसे होते, तो भारत जल्द ही विश्वगुरु बन जाता।
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