- 12 साल बाद मनाया जा रहा महाकुंभ
- 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा
Maha Kumbh 2025, (आज समाज), लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल प्रयागराज में महाकुंभ-2025 (Maha Kumbh-2025) का उत्सव शुरू हो गया है। त्रिवेणी संगम पर आज सुबह एक रिहर्सल के तौर पर कुंभ मेले के लिए विशेष गंगा आरती का आयोजन किया गया जिसमें पुरुष श्रद्धालुओं के साथ ही महिलाओं ने भी भाग लिया। आरती न केवल प्रयागराज के प्रसिद्ध घाटों तक ही सीमित है, बल्कि संगम के पूरे बाढ़ क्षेत्र में आरती का आयोजन किया जा रहा है।
सनातन धर्म में नहीं कोई सीमाएं : तीर्थ पुरोहित
प्रयागराज तीर्थ पुरोहित प्रदीप पांडे ने बताया कि लड़के त्रिवेणी आरती करेंगे और लड़कियां गंगा आरती करेंगी। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि आरती करने वाले ये बच्चे सभी से प्रेरित होंगे। हम यह संदेश देना चाहते हैं कि सनातन धर्म में कोई सीमाएं नहीं हैं।
इस-इस दिन होंगे मुख्य स्नान अनुष्ठान
बता दें कि 12 साल बाद महाकुंभ मनाया जा रहा है। यह कार्यक्रम 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा और इस दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। शाही स्नान के नाम से मशहूर मुख्य स्नान अनुष्ठान 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को होंगे।
सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा प्रशासन
जिला प्रशासन विशेष तौर पर भीड़ प्रबंधन और आग की घटनाओं से बचने के लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। महाकुंभ समारोह से पहले संगम नगरी में नए फायर स्टेशन शुरू किए गए हैं ताकि आग लगने की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया की जा सके। कम से कम 365 वाहन फायर स्टेशनों में तैनात किए गए हैं। अधिकारियों को जागरूकता अभियान और मॉक ड्रिल करने के लिए कहा गया है ताकि छोटी आग की घटना होने पर आम लोग घबराएं नहीं।
सुरक्षा के लिए तकनीकी उपकरणों का विकल्प भी
एडीजी फायर पद्मजा चौहान ने कहा, हमने अधिकारियों को टेंट में जाने, जागरूकता फैलाने और मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है। अगर कोई छोटी आग की घटना होती है, तो लोगों को घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने बताया कि अधिकारी लोगों को यह भी सिखाएंगे कि ऐसी आग से कैसे निपटा जाए। इस बार महाकुंभ के लिए प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कर्मियों की तैनाती के साथ-साथ तकनीकी उपकरणों का विकल्प चुना है।
अग्निशमन नौकाएं भी ला रहा प्रशासन
चौहान ने बताया कि प्रशासन ने जनशक्ति बढ़ा दी है और क्विक रिस्पांस व्हीकल, किसी भी तरह के इलाके में चलने की क्षमता वाले आल-टेरेन व्हीकल (एटीवी), अग्निशमन रोबोट और फायर मिस्ट बाइक तैनात भी किए गए हैं। एडीजी फायर चौहान ने कहा कि प्रशासन अग्निशमन नौकाएं भी ला रहा है। ये एक सप्ताह में तैनात करने के लिए तैयार हो जाएंगी। नौकाएं आग बुझाने के लिए नदी के पानी का इस्तेमाल करेंगी।
रेलवे टिकट प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए अभिनव पहल
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल ने आधुनिक तकनीक के माध्यम से टिकट प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक अभिनव पहल शुरू की है। महाकुंभ के दौरान, प्रयागराज जंक्शन और अन्य प्रमुख स्थानों पर वाणिज्यिक विभाग के समर्पित रेलवे कर्मियों को तैनात किया जाएगा। इन कर्मियों को उनकी हरी जैकेट से आसानी से पहचाना जा सकेगा, जिस पर पीछे की तरफ एक क्यूआर कोड छपा होगा।
अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम मोबाइल ऐप
तीर्थयात्री अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके इस क्यूआर कोड को स्कैन करके अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम (यूटीएस) मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। यह ऐप यात्रियों को लंबी कतारों में खड़े हुए बिना अनारक्षित टिकट बुक करने की सुविधा देता है। रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को कम करने के लिए यह अभूतपूर्व पहल की गई है। इससे तीर्थयात्री बिना किसी परेशानी के टिकट खरीद सकेंगे। इस प्रक्रिया में डिजिटल भुगतान विकल्पों को एकीकृत करने से समय की बचत होगी।
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