Kumbh 2025, (आज समाज), लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के स्नान के लिए श्रद्धालुओं के पवित्र त्रिवेणी संगम में आने का सिलसिला जारी है। दुनिया का सबसे बड़ा समागम महाकुंभ 13 जनवरी से चल रहा है और आज इसका 38वां दिन है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर यह संपन्न होगा। 38 दिन में कुल 555.6 मिलियन यानि 55.56 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम मेें स्नान कर चुके हैं।
ये भी पढ़ें : Prayagraj Maha Kumbh News : प्रयागराज रेलवे स्टेशन 26 फरवरी तक बंद
आज 8 बजे तक 30.94 लाख भक्तों ने किया स्नान
उत्तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार आज सुबह 8 बजे तक 30.94 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण व अन्य कई राज्यों के मंत्री और नेता भी आज महाकुंभ में स्नान करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित केंद्र सरकार के और भी कई त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं। देश के अलावा विदेशों से भी शुरू से श्रद्धालु महाकुंभ के स्नान के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
ये भी पढ़ें : Maha Kumbh Crowd: दिल्ली से यूपी तक स्टेशनों पर महाकुंभ के श्रद्धालुओं की भीड़
इसरो के पूर्व अध्यक्ष एस सोमनाथ ने भी लगाई डुबकी
इसरो के पूर्व अध्यक्ष एस सोमनाथ ने मंगलवार को अपने परिवार के साथ महाकुंभ में हिस्सा लिया और पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई तथा दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम में पूजा-अर्चना की। सोशल मीडिया पर सोमनाथ ने लिखा, महाकुंभ को मानवता द्वारा ब्रह्मांड से जुड़ाव की खोज तथा जीवन के अमृत की प्राप्ति के रूप में अनुभव किया गया। मैंने साधुओं की संगति में त्रिवेणी संगम पर आनंदमय स्नान किया।
काशी और अयोध्या में भी भक्तों की भारी भीड़ : मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले सोमवार को प्रयागराज, काशी और अयोध्या को भारत की बढ़ती क्षमता के प्रतीक बताते हुए प्रदेश में परिवर्तनकारी प्रगति पर प्रकाश डाला और देश के विश्वास व सम्मान को वैश्विक स्तर पर बहाल करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को श्रेय दिया। उन्होंने कहा, अयोध्या आने वाले भक्तों की संख्या 2016-17 में 2.35 लाख से बढ़कर 2024 में 14-15 करोड़ से अधिक हो गई है, जो आस्था के प्रति सम्मान और क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि को दर्शाता है। वाराणसी और अयोध्या में काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई क्योंकि तीर्थयात्री प्रयागराज में पवित्र स्नान करने के बाद दर्शन के लिए मंदिरों में पहुंच रहे हैं।
ये भी पढ़ें : Prayagraj Mahakumbh: 36 दिन में 54 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी