- 26 तक 60 करोड़ से ज्यादा हो सकती है श्रद्धालुओं की संख्या
Prayagraj Mahakumbh 2025, (आज समाज) लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से चल रहे महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है। 26 फरवरी को महाशिरात्रि के अवसर पर दुनिया के इस सबसे बड़े समागम का समापन होगा और तब तक प्रयागराज स्थित त्रिवेणी संगम में 60 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। आज महाकुंभका 39वां दिन है और अब तक संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 57 करोड़ को पार पहुंच चुकी है। शुरू में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई गई थी।
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26 फरवरी को ही संपन्न होगा महाकुंभ : डीएम
प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) रवींद्र मंदर ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर फैली उन अफवाहों का खंडन किया, जिसमें भारी भीड़ के कारण महाकुंभ मेले के विस्तार की बात कही गई थी। इन दावों को खारिज करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि आयोजन का कार्यक्रम धार्मिक मुहूर्त (शुभ समय) के आधार पर तय किया जाता है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाता। रवींद्र मंदर ने कहा कि महाकुंभ अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 26 फरवरी को संपन्न होगा।
श्रद्धालुओं के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित कर रहा प्रशासन
डीएम रवींद्र मंदर ने कहा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार, प्रशासन सभी श्रद्धालुओं के लिए सुगम यात्रा और अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहा है। सरकार या जिला प्रशासन की ओर से मेले की तिथियां बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। तीर्थयात्रियों को ऐसी गलत सूचनाओं पर ध्यान नहीं देना चाहिए डीएम ने जोर देकर कहा कि त्रिवेणी संगम पर बिना किसी परेशानी के स्नान करने के लिए महाकुंभ के शेष दिनों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन प्रयागराज में श्रद्धालुओं की आवाजाही और सामान्य जनजीवन के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए यातायात प्रबंधन पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।
बिना पूर्व सूचना कोई स्टेशन बंद नहीं किया गया
रेलवे स्टेशन बंद होने के दावों के बारे में डीएम ने स्पष्ट किया कि बिना पूर्व सूचना के कोई भी स्टेशन बंद नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, दारागंज में प्रयाग संगम स्टेशन को व्यस्त दिनों में बंद करना एक नियमित अभ्यास है, क्योंकि यह मेला स्थल के पास स्थित है। यह भीड़भाड़ को रोकने के लिए किया जाता है। हालांकि, अन्य सभी रेलवे स्टेशन पूरी तरह से चालू हैं और यात्री सुचारू रूप से यात्रा कर रहे हैं।
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