Aaj Samaj (आज समाज), Praveen Atreya , प्रवीण वालिया, करनाल 31 अक्तूबर:
हरियाणा के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रेय ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पिछले 9 साल में राज्य में व्यवस्था परिवर्तन का कार्य किया है। गरीबों के लिये अनेक योजनाओं को अमलीजामा पहनाया गया है। लाखों लोगों को इन योजनाओं से लाभांवित हुये हैं। उन्होंने कहा कि 2 नवंबर को यहां सेक्टर चार में इन्हीं लाभार्थियों का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है जिसे अंत्योदय महासम्मेलन का नाम दिया गया है। भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह इसमें मुख्य अतिथि होंगे जबकि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
मीडिया सचिव प्रवीण अत्रेय आज यहां पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री के मीडिया कोर्डिनेटर जगमोहन आंनद, रणदीप घनघस भी मौजूद थे। मीडिया सचिव ने कहा कि 2014 से पहले प्रदेश में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, क्षेत्रवाद का बोलबाला था, जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा होती थी। नौकरियों सिफारिश से मिलती थीं तथा पर्ची-खर्ची का बोलबाला था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सत्ता संभालते ही इस व्यवस्था पर चोट कर इसमें बदलाव किया। गरीबों की चिंता करते हुये उनके लिये अनेक योजनायें क्रियान्वित कीं। नतीजतन लाखों लोगों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचा।
डीबीटी माध्यम से 1182 करोड़ लाभार्थियों के खाते में-
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत वंचितों को उनका हक दिया गया। आय बढ़ाने के लिये उन्हें ऋण उपलब्ध कराया गया। राज्य में 50 हजार परिवार योजना का लाभ उठा चुके हैं। सामाजिक सुरक्षा पैंशन (बुढ़ापा पैंशन) बढ़ाकर 2750 रुपये की जा चुकी है। अब पात्र लोगों को पैंशन के लिये दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते तथा 60 साल की आयु होने पर स्वत: पैंशन बन जाती है। पूर्व सरकारों के समय अनेक अपात्र भी पैंशन प्राप्त कर रहे थे। डी.बी.टी. लागू होने से 141 योजनाओं के 36.75 लाख नकली व दोहरे लाभार्थियों को हटाया गया जिससे 1182.23 करोड़ रुपये की बचत हुई।
86 लाख आयुष्मान कार्ड बनाये-
मीडिया सचिव के अनुसार आयुष्मान भारत-चिरायु योजना के तहत 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। योजना के तहत अब तक 86 लाख आयुष्मान चिरायु कार्ड बनाये गये हैं, 8.50 लाख मरीजों के इलाज के लिये 1088 करोड़ के क्लेम दिये गये।
उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल के दौरान एक लाख 10 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं। हरियाणा कौशल विकास मिशन के तहत एक लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। बड़ी संख्या में प्रशिक्षित युवक आज प्राइवेट उद्योगों में कार्यरत हैं। सरकारी नौकरियों सभी को संभव नहीं हैं इसलिये स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिये ऋण आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
675 सेवायें सरल पोर्टल पर-
प्रवीण अत्रेय के अनुसार 54 विभागों की 675 सेवायें आज सरल पोर्टल पर उपलब्ध हैं। यदि देहात के किसी व्यक्ति को कोई शिकायत है तो वह ग्राम दर्शन पोर्टल पर और शहरी व्यक्ति नगर दर्शन पोर्टल पर दर्ज कर सकता है। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र लागू होने 71 लाख परिवारों के 2.83 करोड़ सदस्यों का डाटा अपडेट हुआ है। वर्ष 2014 से पहले राज्य में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 137770 रुपये थी जो अब बढक़र 296685 रुपये हो गई है। इसी प्रकार निर्यात भी 68 हजार करोड़ से बढक़र 245453 रुपये जा पहुंचा है।
दूध व खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि-
दूध उत्पादन (79.01) 2014 के मुकाबले बढक़र 116.19 लाख टन, खाद्यान्न उत्पादन 169.74 लाख टन से बढकर 185.05 लाख टन जा पहुंचा है। नौ साल पहले राज्य में कालेजों की संख्या 105 थी जो अब बढकर 182 हो गई है। इस प्रकार विश्वविद्यालय भी 43 से 56 हो गये हैं। 2014 में आईटीआई 142 थीं जब इनकी संख्या 192 हो गई है। स्वास्थ्य संस्थाओं की संख्या भी 3944 से बढक़र 4266 जा पहुंची है। पहले सडक़ों की लंबाई 23 हजार 548 थी जबकि अब 28 हजार 77 है।
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