- समाज के सभी पहलुओं में महिलाओं को शामिल करने की जरूरत
18th Pravasi Bharatiya Convention, (आज समाज), भुवनेश्वर: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि महिलाओं के नेतृत्व में विकास हमारी विदेश नीति का हिस्सा है। 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन के अंतिम दिन आज ‘नारी शक्ति: महिला नेतृत्व और प्रभाव का जश्न’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज के सभी पहलुओं में महिलाओं को एकीकृत करने की आवश्यकता पर बल दिया। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि विकसित भारत की ओर बढ़ने की भारत की यात्रा में महिलाओं की भूमिका जरूरी है।
जी-20 शिखर सम्मेलन का भी जिक्र
विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में जी-20 शिखर सम्मेलन का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, जब भारत ने जी-20 की अध्यक्षता की थी तो महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के लिए हमने बहुत जोर दिया और अंतत: इसे जी-20 वैचारिक ढांचे में स्वीकार कर लिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य के शिखर सम्मेलन के दौरान इस विचार को बहुत जोरदार तरीके से आगे बढ़ाया गया।
हमारी कई परियोजनाओं में लैंगिक रूप से संवेदनशील मुद्दे
एस जयशंकर ने कहा, हम खास तौर पर वैश्विक दक्षिण देशों के साथ कई तरह के विकास सहयोग करते हैं। हम 78 देशों में परियोजनाओं और क्षमता निर्माण के माध्यम से अलग-अलग तरीकों से मौजूद हैं और हमारी कई परियोजनाओं में लैंगिक रूप से संवेदनशील मुद्दे, महिलाओं की समानता और उनके लिए अवसर शामिल हैं, इसलिए यह हमारी विदेश नीति में बहुत हद तक शामिल है।
हम 50 फीसदी प्रतिभाओं की उपेक्षा नहीं कर सकते
जयशंकर ने कहा, यदि आप महिलाओं के विकास के मुद्दों को संबोधित नहीं करते हैं तो आप विकसित भारत की दिशा में आगे नहीं बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा, जब तक हम पारंपरिक, ऐतिहासिक व सामाजिक दृष्टिकोणों से निपटने में सक्षम नहीं हो जाते तब तक हम विकास नहीं कर सकते। विदेश मंत्री ने कहा, यदि भारत को एक आधुनिक, औद्योगिक व तकनीक-केंद्रित समाज बनना है तो हम 50 फीसदी प्रतिभाओं की उपेक्षा नहीं कर सकते।
विदेश मंत्री ने रोल मॉडल के महत्व पर प्रकाश डाला
विदेश मंत्री ने रोल मॉडल के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि क्यों उन्हें ट्रेंड में बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा, अगर उन्हें दोहराया जाता है व आंतरिक रूप देकर सामान्यीकृत किया जाता है तो वास्तव में वे समाज पर एक परिवर्तनकारी प्रभाव डालते हैं। जयशंकर ने कहा, जहां विकसित भारत को मापने का एक पैमाना जीडीपी और बुनियादी ढांचे के माध्यम से है, वह तब तक सतही है जब तक हम प्रगति के मानवीय पक्ष को संबोधित नहीं करते।
भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है सम्मेलन
पीबीडी सम्मेलन भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है। यह भारतीय प्रवासियों से जुड़ने और उन्हें एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के लिए महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। ओडिशा राज्य सरकार के साथ साझेदारी में भुवनेश्वर में 8 से 10 जनवरी तक 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसका विषय‘विकसित भारत के लिए प्रवासी भारतीयों का योगदान’ है।
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