यमुनानगर (प्रतापनगर)
बिजली सप्लाई बाधित होने से किसानों ने पावर हाउस छछरौली पर बिजली विभाग के खिलाफ जमकर रोष प्रदर्शन किया। छछरौली पावर हाउस पर एकत्र हुए किसानों ने तुरंत सुचारू रूप से नियमित बिजली चलाने की विभाग से मांग की है। बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से ना चलने पर किसानों ने विभाग को नेशनल हाईवे जाम करने की चेतावनी दी। पावर हाउस में प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने समझाने की कोशिश की लेकिन किसान नहीं माने। कुछ देर बाद तहसीलदार छछरौली तरुण सहोता भी मौके पर किसानों से बात करने पहुँचे। आपको बता दें कि मंगलवार को सुबह से लेकर लगभग 4 बजे तक बिजली गुल रहने से किसानों व क्षेत्रीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। दर्जनों की संख्या में किसान और अन्य लोग पावर हाउस छछरौली में एकत्र होना शुरू हो गए। किसानों और लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मौके पर पुलिस को बुलाया गया जिसमें मौके पर पावर हाउस के अन्य कर्मचारियों में भी आपस में नोकझोंक हुई।
मौके पर मौजूद रविन्द्र लाककड,सतविंदर चुहड़पुर, गोपाल चुहड़पुर, शक्ति कडकोली,जगमाल आढ़ती,विशाल छछरौली, राजकुमार,सतबीर मलिकपुर, अंकित,मोहित,रोहित आदि किसानों का कहना है कि खिजराबाद,छछरौली के 186 गाँवो के मात्र 6 जेई संभाल रहे हैं। उसके बावजूद भी पावर हाउस की लाइन में फाल्ट आने के बाद लाइन बंद कराने के लिए पावर हाउस में आकर लिखित में देने के बाद लाइन बंद या चालू की जाएगी। एसएसई रजत जिंदल के इस आदेश के बाद सभी जेई और लाइनमैन ने आपत्ति जताई है।जेई सुनील कुमार, रणवीर सिंह का कहना है कि कई बार गांव की लाइन में फाल्ट आ जाता है ऐसे में फोन पर पावर हाउस कर्मचारियों को लाइन बंद करने के लिए सूचित किया जाता है। जैसा कि पहले चल रहा है लेकिन एसएसई रजत जिंदल ने नए आदेश जारी किए जिसमें लाइन बंद कराने के लिए जेई को खुद हाजिर होना होगा और लिखित में परमिट लेना होगा। ऐसे में फील्ड में काम करने वालों जेई और लाइनमैन के लिए काफी समस्या पैदा हो गई है। जगमाल आढती शेरपुर का कहना है कि यदि समय रहते बिजली विभाग द्वारा किसानों को समय पर बिजली सप्लाई की समस्या का समाधान नही किया गया तो सभी किसान एकत्र होकर बिजली विभाग के खिलाफ रोड जाम करने पर मजबूर हो जाएंगे।