चंडीगढ़ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपना प्रिंसिपल एडवाइजर नियुक्त किया है। वह 1 रुपए महीना उनका वेतन (ऑनरेरियम) पर काम करेंगे। इसके अलावा प्रशांत को सरकारी कार्यालय, प्राइवेट सेक्रेटरी, पर्सनल असिस्टेंट, सहित सरकारी रिहायश, टेलिफोन, वाहन आदि की सुविधाएं भी मिलेंगी, जो कि कैबिनेट रैंक के मंत्री को मिलती हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रशांत किशोर की नियुक्ति की जानकारी एक ट्वीट के जरिए साझा की। गौरतलब है कि पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं औैर प्रशांसत की इस नियुक्ति को उसी से जोडक़र देखा जा रहा है, क्योंकि 2017 के पंजाब चुनाव में भी किशोर कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बना चुके हैं। उस चुनाव में कांग्रेस को पंजाब की 117 में से 77 पर विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी। इससे पहले प्रशांत किशोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आदि के साथ काम कर चुके हैं। इस समय प. बंगाल की ममता बनर्जी के साथ काम कर रहे हैं। वहां चुनाव की समाप्ति के बाद किशोर के पूरी तरह से पंजाब पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है।
मजीठिया ने उठाया सवाल
शिरोमणि अकाली दल के विधायक व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने प्रशांत किशोर की इस नियुक्ति पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके कैप्टन ने पंजाबियों के जख्मों पर नमक छिडक़ा है। मजीठिया ने कहा कि इससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस एक बार फिर से नए झूठ घडऩे तथा लोगों को दोबारा मुर्ख बनाने के प्रयास में है।