नई दिल्ली। भाजपा की सांसद प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे पर दिए गए बयान से कल से ही संसद में हंगामा हो रहा था। अपनी विवादित टिप्पणी पर प्रज्ञा ठाकुर ने आज सदन से माफी मांगी लेकिन साथ ही कहा कि उन्हें आतंकी कहना गलत है। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि मेरे बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया। उनके माफी मांगने के बाद भी कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने उनके बयान पर पुरजोर विरोध जताया और प्रदर्शन जारी रखा। वहीं, प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि वे आतंकी नहीं है। बिना नाम लिए उन्होंने राहुल गांधी के लिए कहा कि एक सदस्य ने सार्वजनिक तौर पर मुझे आतंकवादी कहा। तत्कालीन सरकार ने मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा था। मेरे खिलाफ अदालत में कोई आरोप साबित नहीं हुआ। मुझे एक संन्यासी, महिला और सांसद होने के बाद भी आतंकी कहकर अपमानित करने का प्रयास किया गया। गौरतलब है कि प्रज्ञा के लोकसभा में दिए गए विवादित बयान को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट किया था, ‘आतंकवादी प्रज्ञा ने आतंकवादी गोडसे को देशभक्त बताया। यह भारत के संसद के इतिहास का एक दुखद दिन है।’ प्रज्ञा ठाकुर ने अपनी माफी के दौरान कहा कि देश के लिए महात्मा गांधी के सेवाकार्यों का वह सम्मान करती हैं लेकिन अदालत में मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं होने के बाद भी एक सदस्य ने सार्वजनिक तौर पर मुझे आतंकवादी कहा।