हिसार में सबसे ज्यादा परिवार हुए अमीर
प्रदेश में 23 हजार परिवार हुए गरीबी रेखा से बाहर
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में 23 हजार परिवार गरीबी रेखा से बाहर हो गए है। इन परिवारों को केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाला फ्री राशन लेना बंद कर दिया है। सरकार ने इन परिवारों को गरीबी रेखा से बाहर निकाल दिया है। इन परिवारों की इनकम 1.80 लाख रुपए से अधिक हो गई है। अब इन परिवारों को अमीरों की श्रेणी में रखा गया है।
सरकार ने एक साथ 23 हजार परिवारों के अमीर होने पर इसे अपनी उपलब्धि बताया है। प्रदेश के नागरिक संसाधन सूचना विभाग ने यह आंकड़े जारी किए हैं। दरअसल, प्रदेश में 1.80 लाख तक की सालाना कमाई वाले परिवारों को गरीबी रेखा से नीचे यानी बीपीएल परिवार माना जाता है।
हिसार में सबसे ज्यादा परिवार गरीबी रेखा से निकले बाहर
आंकड़ों के हिसाब से हिसार में सबसे ज्यादा परिवार गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। वहीं करनाल, कुरुक्षेत्र और पानीपत में गरीबी और बढ़ गई है। करनाल में 573, धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में 1251 और पानीपत में 808 नए परिवार बीपीएल श्रेणी में आ गए हैं। इस एक महीने में 2632 परिवार गरीब हो गए हैं।
4 महीने में 4.84 लाख बढ़े बीपीएल कार्ड धारक
प्रदेश में जुलाई से अक्तूबर 2024 के बीच 4 महीने में बीपीएल कार्ड धारकों की संख्या में 4.84 लाख की वृद्धि हुई थी। जुलाई में 46.25 लाख और अक्टूबर में 51.09 लाख बीपीएल कार्ड धारक थे। इससे पहले की बात करें तो जनवरी 2022 में 27 लाख और जनवरी 2023 में 31.59 लाख बीपीएल कार्ड धारक थे।
नंवबर में 1.98 करोड़ हो गई थी बीपीएल परिवारों की आबादी, सरकार की हुई थी किरकिरी
इससे पहले प्रदेश सरकार की किरकिरी तब हुई थी, जब नवंबर 2024 में हरियाणा में बीपीएल परिवारों की आबादी 1.98 करोड़ हो गई थी, जो राज्य की अनुमानित आबादी 2.8 करोड़ के 70% थी। इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को कई मौकों पर घेरा था। हालांकि मौजूदा आंकड़ों के लिहाज से अभी भी 51.78 लाख परिवार गरीबी रेखा से नीचे हैं और केंद्र की योजना के तहत मुफ्त राशन ले रहे हैं।
बीपीएल कार्ड धारकों को यह मिलती है सुविधाएं
हरियाणा में इढछ कार्ड धारकों को कई प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं। इनमें प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज (गेहूं/बाजरा) निशुल्क मिलता है। इसके साथ ही हर परिवार को प्रति माह 40 रुपए प्रति लीटर की दर से 2 लीटर सरसों का तेल और 13.5 रुपए की दर से एक किलो चीनी मिलती है।
सरकार की ओर से प्रत्येक परिवार को ग्रामीण क्षेत्र में 100 गज का प्लॉट देने की घोषणा भी की गई है। उज्ज्वला योजना के तहत 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर मिलता है। चिरायु-आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का निशुल्क इलाज मिलता है।
ये भी पढ़ें : 14 फरवरी से हरियाणा में बूंदाबांदी के आसार