Possible consideration for cancellation of suspension only after seeking apology for its conduct: अपने आचरण के लिए मांफी मांगने पर ही निलंबन रद्द किए जाने पर विचार संभव

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नई दिल्ली। उच्च सदन की कार्यवाही का विपक्ष की पार्टियों नेबहिष्कार किया है। उच्च सदन में विपक्ष ने कार्यवाही का बहिष्कार आठ सांसदों के निलंबन को लेकर किया है। जबकि दूसरी ओर आज केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद नेसाफ किया कि निलंबित सदस्यों को अपने आचरण के लिए माफी मांगनी होगी तभी उनका निलंबन रद्द किया जाएगा। राज्यसभा में अमार्यादित आचरण करने पर आठ सांसदों को निलंबित किया गया है। जिसके विरोध मेंसबसे पहले राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी ने कार्यवाही का बहिष्कार किया था। जिसके बाद अन्य पार्टियों आप, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के सदस्यों ने भी कार्यवाही का बहिष्कार किया। बाद में एनसीपी, सपा और राजद के सदस्य भी सदन से बाहर चले गए। प्रसाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘हमें उम्मीद थी कि कांग्रेस राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के अमर्यादित आचरण का विरोध करेगी।’ उन्होंने कहा, ‘राज्यसभा के निलंबित सदस्यों द्वारा अपने आचरण के लिए माफी मांगे जाने के बाद ही उनका निलंबन रद्द करने पर विचार किया जाएगा।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा ‘यह किस प्रकार की राजनीति है… जब विदेश से ट्वीट आता है… और सांसद इस प्रकार का व्यवहार करते हैं…।’ बता दें कि रविशंकर प्रसाद का इशारा संभवत: राहुल गांधी केबारे में था जो इस वक्त अपनी मां सोनिया गांधी की चिकित्सकीय जांच के लिए विदेश गए हुए हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘हमने पहले कभी ऐसा नहीं देखा कि कांग्रेस का कोई सांसद राज्यसभा की टेबल पर चढ़कर नृत्य करे और दस्तावेज फाड़े।