- बीते वर्ष नशा तस्करी के 47 मामलों में 68 आरोपियों को कारावास व जुर्माना राशि की सजा हुई
- नशा तस्करी के 122 अभियोग दर्ज कर 193 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया
Aaj Samaj (आज समाज),Positive Results Of Anti-drug Campaign, पानीपत : पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में जिला पानीपत पुलिस नशा तस्करी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाए हुए है। इसके साथ ही माननीय न्यायालय में जिला न्यायवादी के सहयोग से मजबूत पैरवी कर नशा तस्करी के आरोपियों को सजा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। बीते वर्ष नशा तस्करी के 47 मामलों में 68 आरोपियों को कारावास व जुर्माना राशि की सजा हुई। माननीय न्यायालय द्वारा इनमें 11 आरोपियों को 15-15 साल की सजा व डेढ़-डेढ़ लाख रुपए जुर्माना, 10 आरोपियों को 10-10 साल सजा व 1-1 लाख रुपए जुर्माना, 1 आरोपी को 8 साल सजा व 75 हजार रुपए जुर्माना, 1 आरोपी को 6 साल सजा व 25 हजार रुपए जुर्माना, 2 आरोपियों को 5-5 साल सजा व 10-10 हजार रुपए जुर्माना, 8 आरोपियों को 4-4 साल सजा व 25-25 हजार रुपए जुर्माना, 8 आरोपियों को 3-3 साल सजा व 25 से 30 हजार रुपए जुर्माना, 7 आरोपियों को 2-2 साल सजा व 10 से 20 हजार रुपए जुर्माना, 7 आरोपियों को 1-1 साल सजा व 10 से 20 हजार रुपए जुर्माना, 13 आरोपियों को 6-6 महिने की सजा व 5 से 20 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है।
193 नशा तस्कर को गिरफ्तार कर भेजा जेल
जिला पुलिस द्वारा इसके साथ ही बीते वर्ष मादक पदार्थ अधिनियम के तहत 122 अभियोग दर्ज कर 193 नशा तस्करों को लाखों रुपए कीमत के मादक पदार्थ सहित गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया। जिनसे 419 किलो 38 ग्राम गांजा, 230 किला, 340 ग्राम पॉपी हस्क, 13 किलो 198 ग्राम चरस, 23 किलो डोडा, 11 किलो 601 ग्राम अफीम, 113 ग्राम हेरोइन, 140 ग्राम स्मैक, व नशीले प्रतिबंधित 678 इंजेक्शन, 360 गोलियां व 68 कैप्सूल बरामद किए गए।
नशे के खात्मे के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आकर अहम योगदान देना होगा
पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। इसलिए नशे के खात्मे के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आकर नशा मुक्त समाज की मुहिम में अपना अहम योगदान देना होगा। ताकि नशा मुक्त व अपराध मुक्त समाज की स्थापना की जा सके। नशा तस्करों पर लगाम लगाने के लिए जिला पुलिस अलर्ट मोड पर है। जिला पुलिस द्वारा नशा तस्करों को काबू कर नशा तस्करी की चेन को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। आमजन से अपील की जा रही है कि उनके आस पास कोई भी व्यक्ति नशा बेचता है या नशे का सेवन करता है तो उसकी सूचना जिला पुलिस को दे। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। जिला पुलिस का यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।
नशे के खिलाफ मुहिम में विशेष कार्य किये जा रहे हैं
जिला पुलिस नशे के खिलाफ चलाई गई मुहिम में विभिन्न संगठनों का सहयोग लेकर कार्य कर रही है। जो लोग नशे की गर्त में है उनको चिन्हित कर इससे बाहर निकालने के लिए सिविल सर्जन के सहयोग से डी एडिक्शन में कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे है। इसी के तहत सिविल अस्पताल के डी एडिक्शन सेंटर में 192 लोगों की काउंसिलिंग करवा कर नशे की लत को खत्म करने के लिए दवा दिलवाई गई है। इसके साथ ही गिरफ्तार नशा तस्करों की नशे की काली कमाई से अर्जित की गई प्रॉपर्टी को चिन्हित किया जा रहा है। संपत्ति को अटैच करने की प्रक्रिया भी पुलिस द्वारा अमल में लाई जा रही है।
जीटी रोड पर टोल प्लाजा के पास से झुग्गी झोपड़ी को हटवाया
यहां पर नशा बेचने का अवैध काम किया जा रहा था। इसके साथ ही नशा बेचने वालों के अड्डों को चिन्हित कर नशे की काली कमाई से बनाए गए उनके अड्डों को ध्वस्त करने का काम भी किया जा रहा है। सभी थाना प्रबंधक व चौकी इंचार्ज को इस संबंध में विशेष रूप से निर्देश दिए गए है।