386 दर्ज किया गया एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज
Delhi Pollution News (आज समाज), नई दिल्ली : राजधानी के लोगों को एक बार फिर से दमघोंटू हवा में सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसका कारण हवा में प्रदूषण की मात्रा का एक बार फिर से बढ़ना है। सीपीसीबी द्वारा जारी किए गए आंकड़े इस बात का गवाह हैं। दिल्ली फिर से प्रदूषण की चपेट में है और लोगों के स्वास्थ्य पर इसका असर पड़ना तय है।
दरअसल शुक्रवार व शनिवार का हवा की गति तेज होने के कारण वायु प्रदूषण में कुछ सुधार हुआ था लेकिन रविवार को हवा की गति कम हो गई और एक्यूआई फिर से 350 को पार करता हुआ 368 दर्ज किया गया। ऐसे में लोग प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। बीते दो दिन तक लोगों को प्रदूषित हवा से राहत मिल रही थी। लेकिन, अब यह राहत मिलना बंद हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 368 दर्ज किया गया। यह बेहद खराब श्रेणी में है। इसमें शनिवार की तुलना में 107 सूचकांक की वृद्धि हुई है।
गुरुवार से मिल सकती है कुछ राहत
मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से दिल्ली समेत समस्त उत्तर भारत में बारिश की संभावना है। इससे यदि दिल्ली में बुधवार और गुरुवार को बारिश होती है तो उसके बाद राजधानी के लोगों को प्रदूषित हवा से कुछ राहत मिलने की संभावना है।
अक्टूबर से वायु प्रदूषण से बेहाल है देश की राजधानी
आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में वायु की गुणवत्ता की खराब हालत अक्टूबर से ही शुरू हो गई थी। इसके बाद नवंबर में वायु प्रदूषण अपने चरम पर था। उस समय यह कहा जा रहा था कि पड़ौसी राज्यों में धान के अवशेष जलाने से दिल्ली में वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई है। लेकिन वर्तमान में दिल्ली के लोग ही यहां के वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं। अब प्रदूषण में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी वाहनों व उद्योगों से निकलने वाले धूंए की है। इसके साथ ही सड़कों पर उड़ रहे धूल कण भी प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं।
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