आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार लगातार प्रयासरत्त है। पिछले कुछ महीनों से सरकार इसपर ठोस रणनीति तैयार कर रही थी। इसी के चलते सरकार ने प्रदूषण से बचने के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) तैयार किया है। आज विजयदशमी के दिन सरकार ने ग्रेप को लागू कर दिया है। अब प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों को नियंत्रित करने के साथ ही एनसीआर में प्रदूषण फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सर्दियां शुरू होते ही गैस चैंबर में तबदील हो जाती है राजधानी
ज्ञात रहे कि हर साल अक्टूबर-नवंबर के दौरान मौसम के बदलाव और पड़ौसी राज्यों द्वारा पराली में आग लगाने के चलते राजधानी गैस चैंबर में तबदील हो जाती है। जिसके चलते यह स्थिति पूरी सर्दी के दौरान बनी रहती है। जिसके चलते हवा की श्रेणी बहुत ही खराब हालत में चली जाती है जोकि बुजुर्गों, बच्चों और मरीजों के लिए बहुत घातक सिद्ध हो जाती है।
बैठक में लिया था ग्रेप लागू करने का निर्णय
वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के सदस्य सचिव डॉ. प्रशांत गार्गव की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान 15 अक्टूबर से ग्रेप नियमों को लागू करने का सुझाव दिया था।
प्रदूषण कम करने के लिए यह आदेश दिए
*होटल और ढाबों में कोयले व लकड़ी का उपयोग बंद करना।
*खुले स्थान पर कचरा जलाने पर प्रतिबंध लगाया जाए।
*दिल्ली-एनसीआर में ईट भट्ठों पर पूरी तरह से प्रतिबंध।
*उद्योगों और बिजली संयंत्रों में प्रदूषण नियंत्रण मानकों का सख्ती से पालन करना।
* प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को जब्त कर भारी जुर्माना लगाना।