Pollution In Panipat पानीपत में प्रदूषण उगल रहा जहर, हालात नहीं सुधरे तो मुश्किल

0
837
Pollution In Panipat

आज समाज डिजिटल, अंबाला:

Pollution In Panipat : प्रदूषण के कारण प्रदेश की हालत खराब है। सबसे अधिक बुरा हाल पानीपत का है। इसके अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर और सोनीपत में प्रदूषण के कारण कोयले से चलने वाली फैक्ट्रियों को बंद करना पड़ा था। उस समय थोड़ा बहुत विरोध भी झेलना पड़ा था। इंडस्ट्रियल एरिया के साथ-साथ बाहरी कालोनियों में चल रही फैक्ट्रियों की चिमनियां भी धुआं उगल रही हैं।

इस वजह से प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक पर प्रदूषण का स्तर 301 तक उच्च पहुंच गया। यह बेहद खराब की श्रेणी में आता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अब एनएफएल, थर्मल की तरफ पानी का छिड़काव शुरू करा दिया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल आफिसर कमलजीत सिंह का कहना है कि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

नवंबर के महीने में ही प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। सुबह और शाम को स्माग की चादर बिछने लगी है। इस वजह से आंखों में जलन होने लगी है। चिकित्सकों का कहना है कि प्रदूषण का यह स्तर खतरनाक है। बच्चों और बुजुर्गों को दिक्कत बढ़ सकती है। बाहर न निकलें।

थर्मल पॉवर प्लांट हो सकता है बंद (Pollution In Panipat)

थर्मल पावर प्लांट को बंद किया जा सकता है। पानीपत के थर्मल पावर प्लांट में दो यूनिट चल रही हैं, जिनमें पांच सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। बिजली के उत्पादन के लिए कोयले का इस्तेमाल होता है। प्रदेश सरकार इसे बंद करने का फैसला ले सकती है। बिजली कहीं और से खरीदी जा सकती है।

मेयर ने दी कार्रवाई की चेतावनी (Pollution In Panipat)

नगर निगम की मेयर अवनीत कौर भी मैदान में उतरी हैं। जगह-जगह पर पेड़ों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। एनएफएल और आसपास के एरिया में धूल पर पानी की बौछार की जा रही है। मेयर का कहना है कि सड़क पर जिन्होंने इमारत की निर्माण सामग्री रखी है, उसे हटा लें। अगर नहीं हटाई तो कार्रवाई की जा सकती है। नगर निगम की ओर से नोटिस दिया जा सकता है। जुमार्ना लग सकता है।

एनएफएल और आईओसीएल में छिड़का पानी (Pollution In Panipat)

एनएफएल, सनौली रोड और आईओसीएल में पानी का छिड़काव किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आरओ कमलजीत ने बताया कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पानी की बौछार कराई गई है। यह काम लगातार जारी रहेगा। वहीं ईंट-भट्ठे चेक किए गए। सभी बंद थे। आगामी आदेश तक भट्ठे बंद रहेंगे। फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया गया। अगर कहीं काला धुआं निकलता दिखा तो जुमार्ना लगाया जाएगा।

विशेषज्ञ बोले- काला धुआं निकलना खतरनाक (Pollution In Panipat)

सेक्टर 29, पार्ट-2 स्थित कुछ डाई हाउस नियम नहीं मान रहे। चिमनियों से काला धुआं निकल रहा है। कुछ जगहों पर तो रबर, वेस्ट तक जलाई जा रही है। आरओ कमलजीत का कहना है कि धुआं काला नहीं निकलना चाहिए। अगर ऐसा है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

(Pollution In Panipat)

Also Read :Supreme Court दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनाई खरी-खरी

Connect Us : Twitter