नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। पिछले दो दिनों में हवा की गुणवत्ता बहुत ही खराब थी जिसकी वजह से आम लोगों को भी समस्या का सामना करना पड़ा। प्रदूषण के कारण दिल्ली सरकार ने स्कूलों को भी पांच तारीख तक बंद कर दिया था। अब सोमवार को दिल्ली वालों को थोड़ी राहत मिली। सोमवार को हवा की गति बढ़ने से प्रदूषण स्तर में कुछ कमी आई। हालांकि वायु गुणवत्ता अब भी ‘बेहद गंभीर’ की श्रेणी में बनी हुई है। सुबह चार बज कर 38 मिनट पर दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 438 रहा, वहीं अलीपुर, नरेला और बवाना में एक्यूआई क्रमश: 493, 486 और 472 रहा। एजेंसी के अनुसार रविवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 494 रहा। यह छह नवंबर 2016 के बाद से सर्वाधिक है। उस वक्त एक्यूआई 497 था। एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक, 101-200 के बीच ‘मध्यम, 201-300 के बीच ‘खराब, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब, 401-500 के बीच ‘गंभीर और 500 के पार ‘बेहद गंभीर माना जाता है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक्यूआई फरीदाबाद में 426, नोएडा में 452, गाजियाबाद में 474, ग्रेटर नोएडा में 454 और गुड़गांव में 396 रहा। दिल्ली के 37 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से 21 में एक्यूआई 490 से 500 के बीच दर्ज किया गया। आया नगर, अशोक विहार, आनंद विहार और अरविंदो मार्ग में शाम सात बजे वायु गुणवत्ता सर्वाधिक खराब दर्ज की गई।