Politicizing Peasant Movement Will Be Fatal किसान आंदोलन का राजनीतिकरण करना होगा घातक : रतनमान

0
841
Politicizing Peasant Movement Will Be Fatal

Politicizing Peasant Movement Will Be Fatal

प्रवीण वालिया,इंद्री/करनाल:

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू)के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि किसान आंदोलन का राजनीतिकरण किया जाना किसान आंदोलन के भविष्य के लिए पूर्णरूप से घातक सिद्व होगा। कुछ किसान नेता राजनीति से प्रेरित होकर किसान आंदोलन की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे है। जिससे किसान समुदाय व्यतिथ हो रहा है।

Also Read : Narcotics Control Bureau Headquarters Inaugurated गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने किया हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के मुख्यालय का उद़घाटन

उन्होंने कहा कि ऐसे किसान नेताओं को समय रहते सुधर जाना चाहिए। विकास खंड इंद्री के गांव चौगामा में युवा किसान नेता सतीश चौगामा की अध्यक्षता में आयोजित की गई किसान पंचायत को संबोधित करने के उपरांत दिल्ली किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले किसान योद्वाओं को हरे पटके पहना कर सम्मानित किया गया।(Politicizing Peasant Movement Will Be Fatal)

गांव में पहुंचने पर प्रदेशाध्यक्ष रतनमान का नारे लगा कर स्वागत किया

गांव में पहुंचने पर प्रदेशाध्यक्ष रतनमान का भारतीय किसान यूनियन जिंदाबाद के नारे लगा कर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन का सन् 1979 में मात्र किसानों की समस्यों के निवारण करने के लिए गठन किया गया था। (Politicizing Peasant Movement Will Be Fatal) लेकिन दुर्भाग्यवंश कुछ सत्ता के लालची लोग किसानों की पीठ पर पैर रख कर सत्ता की कुर्सी बटोरने के लिए लालायित हो रहे है। जिससे किसान आंदोलन कमजोर होंने की दिशा में जा रहा है।(Politicizing Peasant Movement Will Be Fatal) मान ने कहा कि प्रदेश सरकार नम्बरदारी प्रथा व वृद्वा पैंशन को खत्म करने के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि स्व. चौधरी देवीलाल ने वृद्वा अवस्था में पहुंचे वाले लोगों के सम्मान पूर्वक जीवन जीने के लिए यह योजना लागू की थी। जिसे मौजूदा सरकार आथिक आधार की शर्ते आदि लगा कर वृद्वों के सम्मान को ठेस पहुंचाने के लिए प्रयारत है।

Also Read : Khelo India Youth Games-2021 के लिए 28 दिसंबर को अलग-अलग स्थानों पर होगा ट्रायल : कैप्टन मनोज कुमार

किसान पंचायत में सरकार के इन प्रयासों की निंदा

किसान पंचायत में सरकार के इन प्रयासों की निंदा की गई। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने प्रदेश के लाखों वृद्वों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का कुप्रयास किया तो सरकार को भी लेने के देने पड़ सकते है। (Politicizing Peasant Movement Will Be Fatal) बल्कि सरकार वादे के मुताबिक 5100 रूपए प्रति मास बुढ़ापा पैंशन देने की पहल करे। किसान नेता मान ने आने वाली 31 दिसंबर को जगाधरी अनाज मंडी में सम्मान समारोह में पहुंच रहे प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत के आगमन पर पहुंचने का किसानों को न्यौता दिया। इस बीच गांव के किसान जसबीर बढ़ाण चौगामा को भाकियू गांव चौगामा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जिसका किसानों ने जोरदार समर्थन किया।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर प्रदेश संगठन सचिव शाम सिंह मान, जिला प्रवक्ता सुरेंद्र सागवान, युवा जिलाध्यक्ष नरेंद्र धूमसी, खंड प्रधान दिलावर डबकोली, (Politicizing Peasant Movement Will Be Fatal)उपप्रधान संजय कांबोज, युवा खंड प्रधान शबीर हैदर सैयद छपरा, प्रचार मंत्री सतबीर गढ़ी बीरबल, युवा किसान नेता रोहित श्योराण खेड़ी मान सिंह, सतीश खेड़ी मान सिंह, संदीप मलिक हिनौरी, श्याम सिंह मढ़ाण धनौरा, जरनेल सिंह, धर्म सिंह, सोहन लाल शर्मा, देशराज, धर्मबीर सिंह सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

Read Also: 2 Arrested In Paper Leak Case: सिपाही पेपर लीक मामले में वांछित 2 अन्य आरोपी गिरफ्तार

Also Read : Karnal News खैर की लकडियों को ट्रक में भरकर तस्करी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

Connect With Us:-  Twitter Facebook