लाठीचार्ज में 10 से अधिक किसान हुए जख्मी
बसताड़ा टोल प्लाजा पर जाम लगाकर बैठ गए किसान
आज समाज डिजिटल, करनाल:
भारतीय जनता पार्टी की करनाल में आयोजित बैठक के विरोध स्वरूप बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक किसानों पर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में करीब 10 से अधिक किसान घायल हो गए। पुलिस ने जगदीप ओलख सहित 8-10 किसानों को हिरासत में ले लिया। वहीं इस दौरान कई पुलिस कर्मचारी भी घायल हो गए। किसान नेताओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वे शांतिपूर्वक बैठक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उनपर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया।
वहीं लाठीचार्ज के विरोध में किसान नेताओं ने प्रदेशभर में जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर दिया, वहीं किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार पर कू्रर, तानाशाही होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर हिरासत में लिए गए किसानों को नहीं छोड़ा गया तो पूरे प्रदेश में किसान अनिश्चितकाल के लिए सड़कों पर जाम लगा देंगे।
शनिवार को करनाल के प्रेम प्लाजा होटल में भारतीय जनता पार्टी की राजनीतिक हालातों व आगामी नगर परिषद, पंचायती चुनावों को लेकर विशेष बैठक आयोजित होनी थी। भाजपा की बैठक का विरोध करने के लिए किसानों ने डेरा कार सेवा में काले झंडे दिखाकर बैठक का विरोध करने का ऐलान किया था। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को तैनात कर दिया ओर भारी वाहनों को मुख्य मार्गों पर खड़ा कर बंद कर दिया ताकि कोई भी किसान प्रदर्शन कर शहर में न पहुंच सके।
लाठीचार्ज को लेकर किसानों में भारी आक्रोश
लाठीचार्ज को लेकर किसानों में भारी आक्रोश देखा गया ओर विरोध स्वरूप किसानों ने हाइवे जाम कर दिया वहीं प्रदेश में गांव-देहातों की सड़कों व टोल प्लाजा को जाम करने का ऐलान कर दिया। बसताड़ा टोल प्लाजा पर गुरनाम सिंह चढूनी ने ऐलान कर दिया कि अगर हिरासत में लिए गए किसानों को शाम तक न छोड़ा गया तो जाम अनिश्चितकाल के लिए शुरू कर दिए जाएगे। लाठीचार्ज के विरोध में किसान टोल प्लाजा पर पहुंचने शुरू हो गए। इसे देखते हुए टोल प्लाजा पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। हालांकि सुबह से ही कई बार किसान ओर पुलिस बल आमने हो चुका हैं।
लाठीचार्ज किन परिस्थितियों में हुआ, जांच के आदेश दिए
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने किसानों पर लाठीचार्ज पर कहा कि उन्हें लाठीचार्ज के बारे में सूचना मिली है। लाठीचार्ज किन परिस्थितियों में हुआ, उसकी जांच के आदेश दे दिए है। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रदर्शन करने का हक है। वे शांतिपूर्वक अपना प्रदर्शन कर सकते हंै। वहीं भारतीय जनता पार्टी को भी अपने संगठन की बैठक का अधिकार है। उसी के तहत बैठक आयोजित की गई।