दिवाली पर आतिशबाजी के कारण 10 शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में सांस लेना दूभर हो गया है। पहले किसानों द्वारा खेत में पराली जलाने के कारण सांसों पर सकंट छा गया था। वहीं अब दिवाली की रात हुई आतिशबाजी के कारण वायु प्रदूषण में एक बार फिर इजाफा हुआ है। प्रदेश के करीब 10 शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार पहुंच चुका है। अगर यहीं हाल रहा तो सरकार को पूरे प्रदेश में हेल्थ इमरजेंसी लागू करनी पड़ेगी। तभी जाकर हालात में सुधार आएगा। सरकार ने सिर्फ दो घंटे आतिशबाजी की एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन शाम 7 बजे से 12 बजे तक जमकर पटाखे फोड़े गए। इससे प्रदूषण की स्थिति और खराब हो गई।
हरियाणा गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है। हिसार और कुरुक्षेत्र में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां पार्टिकुलेट मैटर (ढट) 2.5 और पीएम 10- 500 के पार पहुंच गए हैं। यह इतना खतरनाक है कि घर से बाहर निकलने पर स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार पड़ सकता है। वहीं अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जींद, पंचकूला, रोहतक, यमुनानगर, हिसार और कुरुक्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार पहुंच गया है।
400 से उपर एयर क्वालिटी इंडेक्स की हवा में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर
ॅहरियाणा में वायु प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है की रोड पर पैदल चलते समय भी लोगों की आंखों में जलन होती है। डॉक्टर्स का मामना है कि 400 से उपर एयर क्वालिटी इंडेक्स की हवा में सांस लेना दिन में लगभग 25 से 30 सिगरेट पीने के बराबर है। अब आप इस बात से अंदाला लगा सकते है कि प्रदेश में प्रदूषण बहुत की खराब स्तर पर पहुंच गया है। हेल्थ इफेक्ट इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वायु प्रदूषण के कारण दुनिया में 80 लाख मौतें हुई। यह कोविड 19 से हुई मौतों से भी ज्यादा हैं। हमें कोविड की चिंता थी, लेकिन प्रदूषण की नहीं।
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