नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चीन की पहल पर बंद कमरें में बैठक आयोजित की गई है। इसे लेकर कांग्रेस ने चिंता जाहिर की है। कांग्रेस के मनु सिंघवी ने इसे नरेंद्र मोदी सरकार की कूटनीतिक विफलता करार दिया है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि पीएम को यह बैठक रद्द करवानी चाहिए। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जो रहा है उससे हम बहुत हैरान हैं। यह पूरे भारत के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी को सन्देह नहीं होना चाहिए कि पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है तथा यहां कानून में कोई भी बदलाव भारत का आंतरिक मामला है। सिंघवी ने कहा कि 55- 60 साल के बाद पहली बार इस मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा, ”हम प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर आग्रह करते हैं कि वह हमारे मित्र देशों के यहां फोन करें और इस बैठक को निरस्त कराएं।” सिंघवी ने कहा कि सभी सरकार के साथ खड़े हैं लेकिन यह बैठक सरकार की बहुत बड़ी कूटनीतिक नाकामी है, रणनीतिक नाकामी है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को बैठक करने जा रही है। पाकिस्तान ने इस मुद्दे को लेकर विश्व निकाय को पत्र लिखा था जिसके बाद यह बैठक हो रही है। पाकिस्तान के करीबी सहयोगी चीन ने परिषद में बंद कमरे में विचार-विमर्श करने के लिए कहा था। इस मामले पर चर्चा करने के लिए सुरक्षा परिषद की बैठक 10 बजे (भारतीय समयानुसार रात साढ़े सात बजे) होगी।