नई दिल्ली। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पीएम मोदी ने देश में 21 दिन का लॉकडाउन किया है जो 14 अप्रैल को खत्म होगा। आज इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि पॉजिटिव केस की संख्या 5000 के पार चली गई है। ऐसे में 14 अप्रैल को देश में जारी लॉकाउन को हटाना संभव नहीं है। पीएम मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की। गौरतलब है कि कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ाने की अपील प्रधानमंत्री से की है। पीएम ने सांसदों से कहा कि यह स्थिति ‘सामाजिक आपातकाल’ के समान है इसके लिए कड़े फैसलों की जरूरत है और हमें सतर्क रहना चाहिए। राज्यों के सुझाव से तो अब एक बात स्पष्ट लगने लगा है कि देश में लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ने वाली है। लेकिन आगे और क्या परिस्थतियां होने वाली है इस पर अभी पर्दा है। इस बैठक के बाद लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन बढ़ा सकते हैं। लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई बैठक में उन्होंने अपने शब्दों में कहा कि जितनी जानकारी और जितने सुझाव उनके पास आ रहे हैं, वो अभी इस तरफ दर्शा रहे हैं कि देशहित में अभी लॉकडाउन को आगे जारी रखना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से ही कहीं न कहीं हम लोग इस बीमारी को इतने बड़े देश में सीमित रख पाए हैं। उनकी बातों से कहीं न कहीं ये आभास हुआ है कि शायद इस लॉकडाउन को आगे जारी रखने का फैसला सरकार ले सकती है।
प्रधानमंत्री ने बुधवार को लोकसभा और राज्यसभा के नेताओं के साथ बातचीत की। इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा में 5 सदस्यों से अधिक सांसदों वाली पार्टियों के नेताओं से उन्होंने बात की। इससे पहले पीएम अलग-अलग क्षेत्र के लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर चुके हैं। इनमें मेडिकल, मीडिया, समाजसेवा, बिजनेस समेत अन्य तबकों के कई लोग शामिल रहे हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरने ने कहा है कि बंद की वजह से हुई असुविधा के लिए खेद है लेकिन हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे समाचार चैनलों के माध्यम से दुनिया भर से खबर मिल रही है कि वुहान (चीन) में चीजें सामान्य स्थिति में लौट आई हैं और प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं। यह अच्छी खबर हैं। इसका मतलब समय के साथ चीजें बेहतर हो सकती हैं।