PM Pithoragarh Visit: पीएम ने पिथौरागढ़ को दी 4200 करोड़ के प्रोजेक्ट्स की सौगात

0
173
PM Pithoragarh Visit
रिमोट से बटन दबाकर योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करते प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी।

Aaj Samaj (आज समाज), PM Pithoragarh Visit, देहरादून: प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को उत्तराखंड के दौरे पर थे। उन्होंने सुबह सबसे पहले पिथौरागढ़ जिले के जौलीकॉन्ग में पहुंचकर शिव धाम आदि कैलाश पर्वत के दर्शन किए। इसके अलावा जिले के कुछ अन्य धामों पर पहुंचकर पीएम ने पूजा-अर्चना की और देश की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। पिथौरागढ़ में जनसभा के दौरान उन्होंने वन रैंक-वन पेंशन और हाल ही में हुए एशियन गेम्स का भी जिक्र किया। प्रधामनंत्री ने पिथौरागढ़ में लगभग 4200 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया।

  • 14000 फीट पर बसे गुंजी गांव पहुंचे प्रधामनंत्री

मेरा विश्वास है कि यह दशक उत्तराखंड का

मोदी ने पिथौरागढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए  कहा, मेरा विश्वास है कि यह दशक उत्तराखंड का होने वाला है। उन्होंने कहा, उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचे और आप लोगों का जीवन आसान हो, इसके लिए हमारी सरकार पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। प्रधामनंत्री ने कहा, हमने सत्ता संभालने के बाद से सुदूर पहाड़ों पर रहने वाले लोगों की भी हमेशा चिंता की है और इसी की बदौलत मात्र पांच वर्ष में देश में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी की रेखा से बाहर आए हैं। यह इस बात का उदाहरण है कि भारत अपनी गरीबी मिटा सकता है।

आज हमारा तिरंगा हर जगह ऊंचाइयों पर उड़ रहा

पीएम ने यह भी कहा कि आज हमारा तिरंगा हर जगह ऊंचाइयों पर उड़ रहा है। हमारा चंद्रयान-3 चांद पर पहुंचा, जहां दुनिया में अभी तक कोई नहीं पहुंचा है। इस तरह भारत की ताकत दुनिया देख रही है। कैलाश पर्वत के दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री धारचूला से 70 किमी दूर और 14000 फीट पर बसे गुंजी गांव पहुंचे और वहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री के आगमन पर स्थानीय लोगों में गजब का उत्साह दिखा।

गुंजी को न भूस्खलन का खतरा, न बाढ़ का

बता दें कि गुंजी व्यास घाटी की उस सुरक्षित जमीन पर है, जहां न भूस्खलन का खतरा है और न ही बाढ़ का। अभी यहां 20 से 25 परिवार ही रहते हैं, जो बमुश्किल अपना खर्च चला पाते हैं। पिथौरागढ़ डीएम रीना जोशी के मुताबिक गुंजी के दाएं तरफ से नाभीढांग, ओम पर्वत और कैलाश व्यू प्वाइंट का रास्ता जाता है, तो बाएं तरफ से आदि कैलाश और जौलीकॉन्ग का, इसलिए यह गांव कैलाश तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मुफीद है।

सेना के अधिकारियों से मुलाकात की और जवानों का हौसला बढ़ाया

पीएम ने गुंजी में रं समाज के स्टाल में पारंपरिक वस्तुएं और उत्पाद देखी। साथ ही उन्होंने बीआरओ, आईटीबीपी और सेना के अधिकारियों से मुलाकात की और जवानों का हौसला बढ़ाया। प्रधानमंत्री कार्यक्रम में पहुंचे रं समाज के बच्चों से भी मिले। दोपहर करीब एक बजे पीएम अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम पहुंचे। यहां उन्होंने शिवलिंग पर फूल और जल चढ़ाया फिर भगवान की आरती की। बता दें कि करीब 6200 फीट की ऊंचाई पर स्थित जागेश्वर धाम में 224 पत्थर के मंदिर हैं।

आदि कैलाश के दर्शन करने वाले मोदी पहले पीएम

पीएम मोदी ने गुरुवार सुबह हिमालय की चोटी पर स्थित पार्वती सरोवर और शिव मंदिर में पूजा अर्चना के बाद यहां नौ बजे कैलाश व्यू पॉइंट से आदि कैलाश के दर्शन किए। उन्होंने यहां आध्यात्मिक महत्त्व के पार्वती कुंड में पूजा-अर्चना व आरती की और डमरू तथा शंख भी बजाया। बता दें कि कैलाश व्यू पॉइंट पिथौरागढ़ के जौलीकॉन्ग इलाके में है और यहां से कैलाश पर्वत साफ नजर आता है। इसके लिए अब चीन के कब्जे वाले तिब्बत जाने की जरूरत नहीं होगी। नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने उत्तराखंड से लगी भारत-चीन सीमा पर आदि कैलाश पर्वत के दर्शन किए हैं।

सरकार ने ओआरओपी की मांग पूरी की

पिथोरागढ़ में मोदी ने कहाकि वन रैंक-वन पेंशन (ओआरओपी) की उनकी दशकों पुरानी मांग को हमारी ही सरकार ने पूरा किया है। उन्होंने कहा, अब तक वन रैंक-वन पेंशन के तहत 70 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि हमारी सरकार पूर्व सैनिकों को दे चुकी है। इसका लाभ उत्तराखंड के भी 75 हजार से ज्यादा पूर्व सैनिकों के परिवार को मिला है। पीएम ने कहा, हाल ही में एशियन गेम्स समाप्त हुए हैं इसमें भारत ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पहली बार भारत के खिलाड़ियों ने शतक लगाया। 100 से अधिक मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया है इस खेल में उत्तराखंड की बेटियां और बेटे भी शामिल थे।

यह भी पढ़ें :

Connect With Us: Twitter Facebook