Aaj Samaj (आज समाज), PM Narendra Modi, हिरोशिमा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य नेताओं ने जापान में हिरोशिमा स्थित पीस मेमोरियल पार्क में परमाणु हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। बता दें कि छह अगस्त 1945 को अमेरिका ने हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया था, जिसमें लाखों लोग मारे गए थे। हमले का शिकार हुए लोगों की याद में मेमोरियल पार्क बनाया गया है। गौरतलब है कि पीएम मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए हिरोशिमा पहुंचे हैं।
हिरोशिमा में पीएम ने ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की
जी-7 में शिरकत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की महत्ता का उदाहरण
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद पीएम मोदी दूसरे पीएम हैं, जो हिरोशिमा पहुंचे हैं। विदेशी मामलों के जानकार और वरिष्ठ राजनयिक एसएन प्रकाश का कहना है कि मोदी का जी-7 में शिरकत करना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ रही महत्ता की मिसाल ही है। बीते कुछ साल में भारत ने जिस तरीके से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित देशों में धाक जमाते हुए समूची दुनिया में ख्याति अर्जित की है, उससे पूरी दुनिया की निगाहें भारत की ओर लगी हुई हैं।
न्यूक्लियर अटैक से प्रभावित परिवार आज भी झेल रहे दंश
हिरोशिमा पर हुए पहला परमाणु हमले के प्रभावित परिवार आज भी उस हमले का दंश झेल रहे हैं। विदेशी मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि जापान परमाणु संपन्न देशों को हिरोशिमा में उन परिवारों से भी मिलवाने की योजना बना रहा है, जो इस हमले का दंश झेल चुके हैं।
एनपीटी को समूची दुनिया में लागू करने के पक्ष में कई देश
विदेशी मामलों के जानकारों और वरिष्ठ राजनयिकों का कहना है कि जापान समेत कई देश परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) को समूची दुनिया में परमाणु संपन्न देशों के साथ लागू करना चाहते हैं, क्योंकि भारत शुरुआत से ही एनपीटी को भेदभाव पूर्ण मानता आया है और अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए ही अपनाने की बात करता है।
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