नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज लॉकडाउन में पांचवी बार राज्य के मुख्यमंत्रियोंसे बातचीत कर रहे हैं। पीएम तीन बजे से साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए कोरोना लॉकडाउन से निकलने पर चर्चा कर रहे हैं। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री राज्यों के सीएम सेलॉकडाउन और अर्थव्यवस्था से जुड़ी कई चीजों पर उनके साथ विचार विमर्श कर रहे हैं। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने प्रवासी मजदूरों को लेकर कहा कि घर जाने की चाहत का होना यह एक मानवीय स्वभाव है। यही वजह रही कि कुछ फैसलों में संशोधन करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह चुनौती है कि कोविड-19 संक्रमण का फैलाव गांवों में न हो पाए। बैठक में तमिलनाडु ने लंबित जीएसटी के साथ एनएचएम फंड जल्द से जल्द जारी करने की मांग की। साथ ही उन्होंनेराज्य के लिए 2000 करोड़ रुपये की विशेष मदद भी मांगी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने पीएम मोदी के साथ बैठक के दौरान कहा कि राज्य में करी 30 हजार लोगों को अतिसंवेदनशील मानकर उनकी जांच की गई। हमें लोगो को वैक्सीन के तैयार होने तक इस कोरोना वायरस के साथ जीने के लिए तैयार करना होगा। हमें वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक तौर पर जागरूक करना होगा। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नेकहा, एक राज्य के तौर पर हमले कोरोना संक्रमण से लड़ने में अपना बेहतर कर रहे हैं। केन्द्र को इस मुश्किल घड़ी में राजनीति नहीं करनी चाहिए। हम अंतरराष्ट्रीय सीमाओं और अन्य बड़े राज्योंसे घिरे हुए हैं और इसका सामना करना चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को बराबर का महत्व मिलना चाहिए और हमें टीम इंडिया की तरह काम करना चाहिए। मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक प्रधानमंत्री की बैठक के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कोरोना संक्रमण को ट्रैक करने में आरोग्य सेतु एप के महत्व को बताया और इस एप की महत्व को लोकप्रिय बनाने के लिए कदम उठाएं जाने चाहिए।