Aaj Samaj (आज समाज), PM Modi On Tribal Community, भोपाल: मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों और छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 70 विधानसभा क्षेत्रों में 17 नवंबर को मतदान होना है और प्रचार के अंतिम पड़ाव के मद्देनजर बीजेपी की तरफ से स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ रैलियों का सिलसिला जारी है। मंगलवार को उन्होंने मध्यप्रदेश में तीन जगह, बैतूल, शाजापुर और झाबुआ में जनसभाओं को संबोधित किया पीएम चुनावी रैलियों में आदिवासी समुदाय का बार-बार जिक्र कर रहे हैं।
झारखंड में कल करेंगे बड़ी स्कीम की शुरुआत
प्रधानमंत्री 15 नवंबर को वह आदिवासी समुदाय के लिए बड़ी योजना (पीएम-पीवीटीजी) की शुरुआत करने वाले हैं। इससे साफ है कि पीएम का विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आदिवासी समुदाय पर ज्यादा ध्यान केंद्रित है। पीएम-पीवीटीजी डेवेलपमेंट मिशन के तहत उन आदिवासी समुदायों के विकास के लिए कार्य किए जाएंगे जो उपेक्षित हैं। बता दें कि 15 नवंबर को ही आजादी के नायक और आदिवासी समाज में भगवान का रूप माने जाने वाले बिरसा मुंडा की जयंती है। बिरसा मुंडा ने 1857 की क्रांन्ति से भी पहले अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह का नेतृत्व किया था।
15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस भी मनाया जाता है
15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस भी मनाया जाता है, लेकिन इस बार 15 नवंबर को योजना की शुरुआत इसलिए अहम है, क्योंकि 17 नवंबर को छत्तीसगढ़ में दूसरे और अंतिम चरण व एमपी की सभी सीटों पर वोटिंग होनी हैं। ऐसे में इस योजना को आदिवासी वर्ग को लुभाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बता दें कि पीएम मोदी ने 15 नवंबर 2021 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बिरसा मुंडा की जन्मतिथि पर जनजातीय गौरव दिवस का शुभारंभ किया था। तब प्रदेश भर से पांच लाख आदिवासियों को आमंत्रित किया गया था। उधर मंगलवार को बैतूल में भी पीएम के भाषण में आदिवासी समाज और जनजातीय गौरव दिवस का बार-बार जिक्र आया। उन्हांने कहा, जनजातीय दिवस पर केंद्र सरकार एक महत्वपूर्ण योजना शुरू करने जा रही है।
देश में आदिवासियों की आबादी 28 लाख
पीएम-पीवीटीजी डेवेलपमेंट मिशन का ऐलान 2023-24 के बजट में भी किया गया था। इस स्कीम का मकसद उन आदिवासी समूहों के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए काम करना है जो मुख्यधारा से पिछड़े हैं। देश के कुल 18 केंद्र शासित प्रदेशों व राज्यों में कुल 75 पिछडेÞ आदिवासी समूह हैं। पीवीटीजी यानी पार्टिकुलरली वल्नरेबल की श्रेणी में रखा गया है। इन आदिवासी समुदायों की देश के 220 जिलों के 22, 544 गांवों में 28 लाख की आबादी है। केंद्र सरकार पर बजट में पहले ही इस योजना का ऐलान करने देने से इसकी शुरुआत आचार चुनाव संहित के दायरे में नहीं आती।
झारखंड से आदिवासी मतदाताओं को संदेश देने का प्रयास
मध्य प्रदेश में बड़वानी में सोमवार को चुनावी रैली में भी पीएम ने आदिवासियों का मुद्दा उठाया। अपने भाषण में उन्होंने कहा, जिस आदिवासी समाज को कांग्रेस ने हमेशा नजरअंदाज किया, जिस आदिवासी समाज की कांग्रेस ने कभी परवाह नहीं की, उसका गौरव बढ़ाने का काम बीजेपी ने किया है। ऐसे में सियासी जानकारों का कहना है कि 15 नवंबर को पीएम मोदी के कार्यक्रम भले ही झारखंड में हैं, लेकिन इनसे एमपी व छत्तीसगढ़ समेत सभी चुनावी राज्यों के आदिवासी मतदाताओं को संदेश देने की कोशिश होगी।
कल पीएम-किसान की 15वीं किस्त भी जारी करेंगे मोदी
झारखंड कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ और विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह मिशन का शुभारंभ करेंगे। वह पीएम-किसान की 15वीं किस्त भी जारी करेंगे और झारखंड में कई विकास परियोजनाओं व उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। एक ओर जहां छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का और एमपी में मध्य प्रदेश में चुनावी शोर थम रहा होगा तो उसी समय पीएम मोदी झारखंड की राजधानी रांची में रोड शो करेंगे।
यह भी पढ़ें :