PM Today Uttrakhand Visit, अजीत मेंदोला, (आज समाज), नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घाम तापो पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील उत्तराखंड की किस्मत बदल देगी। सर्दियों के 6 माह में भी उत्तराखंड में पर्यटकों का आवागमन प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बदल कर रख देगा। क्योंकि अभी तक गर्मियों में ही यात्रा सीजन से ही पहाड़ की कमाई होती थी। बाकी 6 माह पर्यटक समिति जगह ही पहुंचते थे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी व उनकी सरकार ने शीतकालीन पर्यटक को बढ़ाने के लिए जो घोषणाएं की है वह निश्चित तौर पर पहाड़ के हालात बदल देंगे।

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पीएम ने जगाई सर्दियों में पर्यटन की अपार संभावनाएं

पीएम ने गुरुवार को अपने उत्तरकाशी दौरे पर घाम तापो पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कर उत्तराखंड में सर्दियों में पर्यटन की अपार संभावनाएं जगा दी हैं। घाम तापो पहाड़ी शब्द हैं। इसका मतलब है धूप सेको या धूप का आनंद लो। सर्दियों में जब मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा या प्रदूषण के चलते धूप के महीनों दर्शन नहीं होते उस समय उत्तराखंड में साफ सुथरा और चटक धूप का मौसम होता है।

17 से 18 लाख की जगह पर्यटकों की संख्या 50 लाख पार

प्रधानमंत्री मोदी पहाड़ी क्षेत्रों के मौसम से अवगत हैं, इसलिए उन्होंने सर्दियों में भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पहाड़ी शब्द घाम तापो को बोल पहाड़वासियों में उम्मीद की किरणें जगा दी। इसमें कोई दो राय नहीं है कि बीते एक दशक में उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों की संख्या में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई। दस साल पहले जहां सीजन में 17 से 18 लाख पर्यटक आते थे अब उनकी संख्या 50 लाख पार कर चुकी है। इसका सारा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है।

2019 में केदारनाथ धाम में एकांत में लगाया था ध्यान

मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने 2019 के आम चुनाव के दौरान केदारनाथ धाम में एकांत में ध्यान लगा पूरी दुनिया का ध्यानाकर्षित किया। हालांकि इससे पूर्व भी प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ धाम आते रहे हैं लेकिन पीएम के रूप में आ कर बड़ा संदेश दिया।कहा तो यह भी जाता है कि प्रधानमंत्री बनने से पूर्व कभी मोदी ने उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में ही रह कर कई तरह का ज्ञान प्राप्त किया।

आल वेदर सड़कों का निर्माण करवाया

प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के विकास के लिए सबसे पहले आल वेदर सड़कों का निर्माण करवा 12 महीने आवागमन के साधन को सुगम किया।बद्रीनाथ तक ट्रेन का प्रोजेक्ट शुरू करवाए।सड़कों के बनने से यात्रा सीजन में लगने वाले जाम और अव्यवस्था को एक तरह से खत्म किया। आल वेदर रोड़ के बनने से यात्री अपने निजी वाहनों से चारों धामों की यात्रा करने लगे।हिंदुओं के चार सबसे बड़े धाम उत्तराखंड में ही।केदारनाथ भगवान शिव का है तो बद्रीनाथ धाम में नारायण विराजते हैं।गंगोत्री धाम से गंगा नदी निकलती हैं तो यमुनोत्री धाम से यमुना नदी निकलती हैं।

चारों धामों में गर्मियों के 6 माह ही चलता है यात्रा का सीजन

चारों धामों में गर्मियों के 6 माह ही यात्रा का सीजन चलता है। अप्रैल से शुरू हो दीपावली के आसपास यात्रा बंद हो जाती है। बर्फबारी के चलते चारों धामों के कपाट बंद हो जाते।लगभग 5 से 6 माह उत्तराखंड में व्यवसाय पूरी तरह से ठप्प हो जाता है।प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल देहरादून दौरे पर देशवासियों से विदेशों में जाने के बजाए पहाड़ों में आ कर शादी करने का आह्वाहन किया था।इसका काफी असर भी हुआ।लेकिन आम जन को लाभ से वंचित रहा।उत्तराखंड सरकार ने शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से शुरूआत करवाई।

मुखवा पहुंच प्रधानमंत्री मोदी ने की पूजा-अर्चना

मां गंगा नदी के शीतकालीन प्रवास की जगह मुखवा पहुंच प्रधानमंत्री मोदी ने पूजा अर्चना की।इसके बाद हर्षिल की जनसभा में बोलते हुए घाम तापो पर्यटन को बढ़ावा देने की बात की।पीएम ने आमजन से लेकर खास से यही आह्वाहन किया कि आप सर्दियों में उत्तराखंड आएं और धूप के साथ हिमालय के सौंदर्य का आनंद भी लें। उद्योपतियों से लेकर फिल्म वालों से उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देने को कहा।

कारगर साबित होगी प्रधानमंत्री मोदी की अपील

प्रधानमंत्री मोदी की यह अपील निश्चित तौर पर कारगर साबित होगी। क्योंकि अभी तक इस बात की कभी चर्चा नहीं हुई कि शुद्ध वातावरण में धूप का भी आनंद पहाड़ों आ कर लिया जा सकता।इसके साथ प्रधानमंत्री मोदी ने उन गांवों को भी फिर से बसाने की घोषणा की जो चीन के साथ युद्ध के दौरान खाली करा लिए गए थे।सीमा से सटे जरिए नेलांग और जादुंग जैसे गांवों को 70 साल बाद बसाया जा रहा है।स्वाभाविक है कि यह गांव पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे।प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड को विकसित बनाने के लिए तमाम योजनाएं बनाने में जुटे हैं।

मोदी की कैबिनेट ने उत्तराखंड के लिए बड़े अहम फैसले किए

उत्तरकाशी पहुंचने से पूर्व बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट ने उत्तराखंड के लिए बड़े अहम फैसले किए। केदारनाथ और हेमकुंट साहिब के लिए रोपवे बनाने की घोषणा की।प्रधानमंत्री मोदी को आभास है कि उत्तराखंड दूसरे पहाड़ी राज्यों के मुकाबले उतनी तरक्की नहीं कर पाया जितनी करनी चाहिए थी।इसलिए प्रधानमंत्री ने अपने दस साल के कार्यकाल में उत्तराखंड को उस स्थिति में ला दिया है जो पिछली सरकारों ने 70 साल में नहीं किया।बद्रीनाथ तक ट्रेन का प्रोजेक्ट भी अंतिम चरण में ।उत्तराखंड सामरिक दृष्टि से भी अहम है।

चीन सीमा से लगे उत्तराखंड को मजबूत किया जाना जरूरी

चीन की सीमा से लगे इस राज्य को मजबूत किया जाना जरूरी था। प्रधानमंत्री मोदी को उत्तराखंड से लगाव के साथ साथ उत्तराखंड वासियों से भी काफी लगाव है।उनके स्टाफ में कई अफसर उत्तराखंड से ही।उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल उत्तराखंड से ही आते है। प्रधानमंत्री मोदी जिस हिसाब से पहाड़ को लेकर फैसले कर रहे हैं उससे तय है कि उत्तराखंड जल्द विकसित राज्यों में शामिल हो जाएगा।

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