PM Modi Lay Foundation Stone
आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर दौरे के गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) का शिलान्यास किया। पीएम ने मंच पर पहुंच कर दोनों हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन किया। मंच पर आने से पहले पीएम ने गंगा एक्सप्रेस-वे का नक्शा देखा। इसके बाद पीएम ने 594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया।
एएनआई के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को खबर लिखने से 12 मिनट पहले उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर (Shahjahanpur) दौरे के गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया है।
Length of Ganga Expressway
3.5 KM Air Strip: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव (2022 UP Assembly elections) से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने यूपी को एक बार फिर बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी आज उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रख रहे हैं, जिसकी लंबाई 594 किलोमीटर होगी। ये एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज (इलाहाबाद) (Meerut to Prayagraj) तक बनेगा।
Ganga Expressway details
3.5 KM Air Strip: बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे बनने के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को पीछे छोड़कर उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। नवंबर 2021 में ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (341 किलोमीटर) का उद्घाटन हुआ है, जो वर्तमान में देश और यूपी का सबसे लंबा आपरेशनल एक्सप्रेस-वे है।
Who Launched Ganga Expressway 2007 में मायावती ने किया था लॉन्च?
Purvanchal Expressway: गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना को सबसे पहले 2007 में उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने लॉन्च किया था। इसके बाद इस परियोजना पर काम 2017 में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के सत्ता में आने के बाद शुरू हुआ। यह परियोजना 29 जनवरी 2019 को उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉन्च की।
- फरवरी 2020 में मेरठ से प्रयागराज (इलाहाबाद) को तक 594 किलोमीटर लंबे पहले चरण के निर्माण को 2024 तक पूर करने का लक्ष्य रखा गया। नवंबर 2021 में पर्यावरण मंत्रालय से क्लियरेंस मिला। उसी माह उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने गंगा एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए 36200 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी थी।
एक्सप्रेस-वे जुड़ेंगे यूपी के 12 जिले Ganga Expressway Route Map
उत्तर प्रदेश के 12 जिलों- मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज, से होकर गुजरेगा। इन 12 जिलों के 500 से अधिक गांवों को भी जोड़ेगा। गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ जिले के बिजौली गांव के पास (एनएच-334) से शुरू होगा और प्रयागराज जिले के जुदापर डांडू गांव (एनएच-19) के पास खत्म होगा।
अनुमानित लागत 36,230 करोड़ रुपये Ganga Expressway Project Cost
Air Force airstrip: गंगा एक्सप्रेस-वे की अनुमानित लागत 36,230 करोड़ रुपये है, जिसमें से जमीन अधिग्रहण पर करीब 9500 करोड़ रुपये का खर्च भी शामिल है। एक्सप्रेस-वे में सात ओवरब्रिज, 17 इंटरचेंज रोड, 14 बड़े पुल, 126 छोटे पुल, 28 फ्लाईओवर, 50 वाहन अंडरपास और 946 पुलिया होंगी। गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए आवश्यक 7386 हेक्टेयर भूमि में से 83 हजार किसानों से करीब 94 फीसदी जमीन खरीदी जा चुकी है।
समय की होगी बचत Benefits of Ganga Expressway
Uttar Pradesh Assembly polls: गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण अडानी इंटरप्राइजेज और आईआरपी इंफ्रास्ट्रक्टर डेवलपर्स करेंगे। हाल ही में एक बिडिंग प्रक्रिया के जरिए इन दोनों कंपनियों का चयन हुआ है। इसके बनने के बाद दिल्ली से प्रयागराज के बीच यात्रा में लगने वाला 10-11 घंटे का समय कम होकर 6-7 घंटे रह जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे को भविष्य में 8 लेन का किए जाने और ग्रेटर नोएडा से बलिया तक 1047 किलोमीटर लंबा करने की योजना है।
सेना को होगा क्या फायदा? PM Modi Lay Foundation Stone
रक्षा एक्सपर्ट्स का मानना है कि उत्तर प्रदेश के एक्सप्रेस-वे पर बनने वाली हवाई पट्टियां भारतीय वायु सेना की योजना का हिस्सा हैं। इसका उद्देश्य विशेष रूप से डिजाइन की गई ऐसी सड़कें तैयार करना है, जहां जरूरत पड़ने पर मिराज -2000 जैसे फाइटर प्लेन और 130 जे हरक्यूलिस जैसे ट्रांसपोर्ट प्लेन उतारे जा सकें।
दरअसल, 1965 और 1971 के युद्धों के दौरान, पाकिस्तानी वायु सेना के विमानों ने हवाई ठिकानों पर बमबारी के कारण भारतीय वायुसेना को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। उन अनुभवों से सीखते हुए, भारतीय वायु सेना ने इन एक्सप्रेस-वे की इन हवाई पट्टियों का उपयोग चौबीसों घंटे लैंड करने, मोबाइल एयर ट्रैफिक कम्युनिकेशन, ईंधन भरने और हथियारों से लदे होने के बाद टेक-ऑफ करने के लिए करने का फैसला किया है।