Aaj Samaj (आज समाज), PM Modi Kerala Visit, तिरुवनंतपुरम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केरल दौरे पर हैं। राजधानी तिरुवनंतपुरम पहुंचने के बाद उन्होंने यहां विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) का दौरा किया। साथ ही पीएम मोदी ने अंतरिक्ष के क्षेत्र को बढ़ावा देने वाली तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा में पीएसएलवी एकीकरण सुविधा, महेंद्रगिरि के इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में नई ‘सेमी-क्रायोजेनिक्स इंटीग्रेटेड इंजन और स्टेज टेस्ट सुविधा व वीएसएससी तिरुवनंतपुरम में ‘ट्राइसोनिक विंड टनल’ हैं। इन्हें तैयार करने में करीब 1800 करोड़ रुपए की लागत आई है।
- अंतरिक्ष क्षेत्र में महिला शक्ति को भी महत्व
अंतरिक्ष यात्रियों के नाम
पीएम ने इसके अलावा गगनयान मिशन द्वारा अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के नामों का ऐलान किया। ये यात्री प्रशांत बालाकृष्णण नायर, अजीत कृष्णण, अंगद प्रताप और शुभांशु शुक्ला हैं। प्रधानमंत्री ने उन्हें स्पेस विंग दिया।वीएसएससी में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, मैं चाहता हूं कि हर कोई हमारे साहसिक अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खड़े होकर तालियां बजाए। तालियों के साथ ही पीएम ने भारत माता की जय के नारे लगाए। उन्होंने कहा, हम सभी आज एक ऐतिहासिक सफर के साक्षी बन रहे हैं। बता दें, गगनयान मिशन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है, जिसके लिए इसरो के विभिन्न केंद्रों में व्यापक तैयारियां चल रही हैं।
40 वर्ष बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाएगा
पीएम ने गगनयान यात्रियों के बारे में कहा, ये केवल चार नाम और चार इंसान नहीं हैं, बल्कि ये 140 करोड़ आकांक्षाओं को स्पेस में ले जाने वाली चार शक्तियां हैं। उन्होंने कहा, 40 वर्ष बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है, लेकिन इस बार टाइम भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है।
गगनयान में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर उपकरण ‘मेड इन इंडिया’
मोदी ने कहा, मुझे ये जानकर बहुत अच्छा लगा कि गगनयान में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर उपकरण ‘मेड इन इंडिया’ हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, यह कितना बड़ा संयोग है कि जब भारत दुनिया की टॉप तीन अर्थव्यवस्था बनने के लिए उड़ान भर रहा है, उसी समय भारत का गगनयान भी हमारे अंतरिक्ष सेक्टर को एक नई बुलंदी पर ले जाने वाला है।उन्होंने यह भी कहा कि हमारे अंतरिक्ष क्षेत्र में महिला शक्ति को भी बहुत महत्व दिया जा रहा है। चंद्रयान हो या गगनयान, महिला वैज्ञानिकों के बिना ऐसे किसी मिशन की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
यह भी पढ़ें:
- Punjabi Singer Sidhu Moosewala: सिद्धू मूसेवाला की मां आईवीएफ तकनीक की मदद से देंगी बच्चे को जन्म
- Kisan Andolan Day 15: दिल्ली कूच पर फैसला कल, खनौरी बॉर्डर पर एक और किसान की मौत
- Rajya Sabha Election 2024: राज्यसभा चुनाव के लिए 15 सीटों पर मतदान जारी
Connect With Us: Twitter Facebook