Aaj Samaj (आज समाज), PM Modi Kashmir Visit, नई दिल्ली: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद आज पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर के दौरे पर रहेंगे। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर स्थित बख्शी स्टेडियम में पीएम की विशाल रैली है। जानकारी के अनुसार वह कुछ ही देर में श्रीनगर पहुंचने वाले हैं। प्रधानमंत्री यहां 6400 करोड़ रुपए की कई विकास परियोजनाओं का अनावरण करेंगे।
रैली में शामिल होंगे 2 लाख से ज्यादा लोग : बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दावा है कि कश्मीर के इतिहास में आज की रैली अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी। पार्टी नेताओं के अनुसार रैली में 2 लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे। रैली रैली से पहले तिरंगे और बीजेपी के झंडों से पट गया है। सुरक्षा-व्यवस्था भी चाक-चौबंद कर दी गई है। शहर में छोटी सड़कों को भी सील कर दिया गया है। 24 घंटे पहले से ही स्टेडियम के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई है। दौरे वाले रास्ते में पड़ने वाले कई स्कूल बंद कर दिए गए हैं। आज होने वाली बोर्ड परीक्षाएं अगले महीने तक स्थगित कर दी गई हैं। प्रधानमंत्री सात किलोमीटर का रोड का सफर तय करके बख्शी स्टेडियम पहुंचेंगे।
शहर में ड्रोन और क्वाडकॉप्टर की उड़ान बैन
श्रीनगर शहर में ड्रोन और क्वाडकॉप्टर की उड़ान पर अस्थायी रूप से बैन लगा दिया गया है। स्थानीय पुलिस ने बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा,’ड्रोन नियम, 2021 के नियम 24(2) के प्रावधानों के मुताबिक, श्रीनगर शहर को तत्काल प्रभाव से ड्रोन और क्वाडकॉप्टर के संचालन के लिए ‘अस्थायी रेड जोन’ घोषित किया गया है। शहर में सभी अनधिकृत ड्रोन चलाने पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत भी करेंगे प्रधानमंत्री
पीएम मोदी चैलेंज बेस्ड डेस्टिनेशन डेवलपमेंट (सीबीडीडी) योजना के तहत चयनित पर्यटन स्थलों की घोषणा करने के अलावा ‘देखो अपना देश पीपुल्स चॉइस टूरिस्ट डेस्टिनेशन पोल’ और ‘चलो इंडिया ग्लोबल डायस्पोरा’ अभियान भी लॉन्च करेंगे। इसके अलावा वह जम्मू-कश्मीर में लगभग 1,000 नए भर्ती हुए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र देंगे और महिलाओं, किसानों व उद्यमियों सहित विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत भी करेंगे.
5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया
बता दें कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया और पूर्ववर्ती राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।
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