PM Modi On Shivaji Statue Fell Down (आज समाज), नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाढवण पोर्ट प्रोजेक्ट समेत महाराष्ट्र को 76 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स की सौगात दी है। पालघर स्थित सिडको ग्राउंड में आज उन्होंने प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास व उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी उनके साथ मौजूद रहे। पीएम मोदी ने सिडको ग्राउंड में प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, महाराष्ट्र का विकास मेरी बहुत बड़ी प्राथमिकता है। आज भारत की प्रगति में महाराष्ट्र बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र विरोधी दलों ने आपके विकास पर हमेशा ब्रेक लगाने की कोशिश की।
आधुनिक पोर्ट के लिए पालघर सबसे उपयुक्त जगह
पीएम ने कहा, हमारे देश को वर्षों से दुनिया के साथ व्यापार के लिए एक बड़े और आधुनिक पोर्ट की जरूरत थी, इसके लिए महाराष्ट्र का पालघर ही सबसे उपयुक्त जगह है, लेकिन इस प्रोजेक्ट को 60 वर्षों तक लटका कर रखा गया। इतने जरूरी काम को कुछ लोग शुरू नहीं होने दे रहे थे। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के पास विकास के लिए सामर्थ्य भी है और जरूरी संसाधन भी हैं। यहां समुद्र के तट भी हैं और इन तटों से अंतरराष्ट्रीय व्यापार का सदियों पुराना इतिहास भी है।
महाराष्ट्र में भविष्य की अपार संभावनाएं
महाराष्ट्र में भविष्य की अपार संभावनाएं भी हैं। इन अवसरों का पूरा लाभ महाराष्ट्र और देश को मिले, इसके लिए आज वाढवण बंदरगाह की नींव रखी गई है। यह देश का सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह होगा। ये देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे गहरे बदरगाहों में से एक महत्वपूर्ण बंदरगाह होगा। उन्होंने आगे कहा, हमारी सरकार ने दो-तीन दिन पहले ही दिघी बंदरगाह औद्योगिक क्षेत्र के विकास को भी मंजूरी दे दी है। यानि, ये महाराष्ट्र के लोगों के लिए दोहरी खुशखबरी है। ये छत्रपति शिवाजी के सपनों का भी प्रतीक बनेगा।
पीएम ने शिवाजी की प्रतिमा गिरने के मामले में मांगी माफी
प्रधानमंत्री ने सिंधुदुर्ग में 26 अगस्त को शिवाजी की प्रतिमा गिरने के मामले में माफी भी मांगी। इससे पहले राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी इस मामले में माफी मांग चुके हैं। दरअसल, 26 अगस्त को 35 फूट ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई थी, जिसके बाद राज्य में केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी तेज हो गई। कांग्रेस ने पीएम मोदी तो शिवसेना (यूबीटी) ने राज्य सरकार पर निशाना साधा था। कांग्रेस ने पूछा था कि क्या प्रधानमंत्री इसको लेकर माफी मांगेंगे?
हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज पूजनीय
पीएम मोदी ने शिवाजी की प्रतिमा गिरने के मामले में माफी मांगते हुए कहा, जब 2013 में बीजेपी ने मुझे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया, तो मैंने सबसे पहले रायगढ़ के किले में जाकर छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठकर प्रार्थना की और राष्ट्रसेवा की एक नई यात्रा आरंभ की थी। पीएम मोदी ने कहा- छत्रपति शिवाजी महाराज मेरे और मेरे दोस्तों के लिए केवल एक नाम नहीं है, एक महाराजा नहीं हैं, बल्कि हमारे लिए वे पूजनीय हैं। उन्होंने कहा, आज मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने नतमस्तक हूं और उनसे क्षमा मांगता हूं।
हमारे संस्कार अलग
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे संस्कार अलग हैं। हम वो लोग नहीं हैं जो आए दिन भारत मां के महान सपूत, इसी धरती के लाल वीर सावरकर को अनाप-शनाप बोलते हैं। अपमानित करते रहते हैं। देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं। उन्होंने कहा, वे लोग वीर सावरकर को अपशब्द कहने के बाद भी माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। उनको पाश्चाताप नहीं होता है। महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को अब जान गई है।