Aaj Samaj (आज समाज), PM Modi In Bihar, पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार और उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। वह सोमवार देर शाम को बिहार की राजधानी पटना पहुंचे और दिवंगत सुशील मोदी के परिजनों से मिले। इसके बाद पीएम ने पटना स्थित बीजेपी कार्यालय में पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की। रात में राजभवन में विश्राम किया। शाम करीब 5:30 बजे मोदी वाराणसी स्थित डॉ. संपूणार्नंद संस्कृत विश्वविद्यालय में मातृशक्ति सम्मेलन को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में 25 हजार महिलाएं हिस्सा लेंगी।
- शाम को 25 हजार महिलाओं से संवाद करेंगे
पांचवें चरण में पूरी तरह परास्त हुआ गठबंधन
पीएम ने आज मोतिहारी स्थित गांधी मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए इंडी गठबंधन व अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा, इंडी गठबंधन पहले चरण में ही पस्त हो गया था और इसके बाद के चरणों में वह ध्वस्त हुआ और अब 20 मई को जो पांचवें चरण के लिए मतदान हुआ, उसमें इंडी पूरी तरह परास्त गया है।
इंडी के पापों के साथ आगे नहीं बढ़ सकता देश
उन्होंने कहा, 21वीं सदी का भारत इंडी के पापों के साथ आगे नहीं बढ़ सकता, इसलिए हर चुनाव में कांग्रेस व आरजेडी जैसे दलों पर जनता जोर का प्रहार कर रही है। मोदी ने कहा, 4 जून को इंडी वालों के इरादों पर सबसे बड़ा प्रहार होगा। खुद को जनता का माई-बाप समझने वाले इन लोगों को जनता ऐसी हार देगी कि दुनिया देखती रह जाएगी।
जो चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, उन्हें मेहनत का पता नहीं होता
्रपीएम मोदी ने कहा, रात को जब बच्चे भूखे पेट सोते हैं तो उस मां पर क्या बीतती है, इसका मुझे पता है। इसलिए मोदी गरीब को मुफ्त राशन देता है और आगे भी देता रहेगा। मैं चाहता हंू कि गरीब के घर का चूल्हा कभी न बुझे। विपक्ष के लोग कहते हैं मोदी गरीबों को पक्के घर और मुफ्त इलाज की सुविधा क्यों दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, जो चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, उन्हें पता नहीं होता मेहनत क्या होती है।
जंगलराज के वारिस से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूमकर कह रहा है कि चार जून के बाद मोदी को बेड रेस्ट होगा। मैं तो परमात्मा से यही कामना करता हूं कि मोदी तो क्या देश के किसी भी नागरिक के जीवन में बेड रेस्ट की नौबत नहीं आनी चाहिए। वह उमंग में जीवन जीएं। लेकिन, जंगलराज के वारिस से उम्मीद ही क्या की जा सकती है।
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