Aaj Samaj (आज समाज), PM Modi Gujarat Visit, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात दौरे के दूसरे दिन लौह पुरुष और पूर्व उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती पर स्टैच्यू आफ यूनिटी पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने केवड़िया में 160 करोड़ रुपए की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। पीएम ने इस दौरान आयोजित समारोह को संबोधित किया। उन्होंने राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में भी शिरकत की।
कश्मीर में 370 हटाए जाने का जिक्र
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देश की एकता और अखंडता के साथ-साथ कश्मीर में 370 को हटाए जाने पर भी बात की। सरदार पटेल के सपनों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, देश सरदार पटेल की सेवा का हमेशा ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा, आने वाले 25 साल भारत के लिए इस शताब्दी के सबसे महत्वपूर्ण साल हैं और साथ ही हमारे लिए यह अवसर है। इन 25 वर्षों में हमें समृद्ध और विकसित बनना है। हमें हर लक्ष्य हासिल करने के लिए सरदार पटेल से प्रेरणा लेनी होगी।
सबके प्रयास से सब मुमकिन
पीएम ने कहा आज ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है, जिसे हम भारतवासी मिलकर हासिल न करे सकें। बीते 9 वर्षों में देश ने देखा है कि जब सबका प्रयास होता है, तो कुछ भी असंभव नहीं रह जाता। उन्होंने कहा, किसने सोचा था कि जम्मू-कश्मीर कभी आर्टिकल 370 से मुक्त भी हो सकता है, लेकिन आज कश्मीर और देश के बीच आर्टिकल 370 की वो दिवार गिर चुकी है। 370 हटाए जाने के बाद घाटी में आतंकवाद खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है।
तुष्टिकरण की राजनीति सबसे बड़ा रोड़ा
प्रधानमंत्री ने देश की एकता के रास्ते में तुष्टिकरण की राजनीति को सबसे बड़ा रोड़ा बताया। उन्होंने कहा, हमारी विकास यात्रा में भी तुष्टिकरण की राजनीति सबसे बड़ी रुकावट है। भारत के बीते कई दशक साक्षी हैं कि तुष्टिकरण करने वालों को आतंकवाद, उसकी भयानकता, विकरालता कभी दिखाई नहीं देती। तुष्टिकरण करने वालों को मानवता के दुश्मनों के साथ खड़े होने में संकोच नहीं हो रहा है। वे आतंकी गतिविधियों की जांच में कोताही करते हैं। ऐसे लोग देशविरोधी तत्वों पर सख्ती करने से बचते हैं। तुष्टिकरण की यह सोच इतनी खतरनाक है कि वह आतंकियों को बचाने के लिए अदालत तक पहुंच जाती है। ऐसी सोच से किसी समाज या देश का भला नहीं हो सकता।
मानसिकता को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प
प्रधानमंत्री ने कहा, अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, हम विकास भी कर रहे हैं और अपनी विरासत का संरक्षण भी कर रहे हैं। पीएम ने बताया कि भारत ने अपनी नौसेना के ध्वज पर लगे गुलामी के निशान को हटा दिया है। गुलामी के दौर में बनाए गए गैर जरूरी कानूनों को भी हटाया जा रहा है। आईपीसी की जगह भी भारतीय न्याय संहिता लाई जा रही है। इंडिया गेट पर जहां कभी विदेशी सत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा थी, वहां अब नेताजी सुभाष की प्रतिमा हमें प्रेरणा दे रही है। बता दें कि राज्य के दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने मेहसाणा में 5,950 करोड़ रुपए की रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया था।
जांबाजों का उत्साह देश की ताकत
पीमए मोदी ने समारोह में भारी संख्या में मौजूद युवाओं से कहा, आप सभी जांबाजों का यह उत्साह राष्ट्रीय एकता दिवस की बहुत बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा, एक तरह से यह मेरे सामने लघु भारत का स्वरूप दिख रहा है। राज्य अलग है, भाषा अलग है, परंपरा अलग है, लेकिन यहां मौजूद हर व्यक्ति एकता की मजबूत डोर से जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, दुनिया भारत की सराहना कर रही है। हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने पर गर्व है। देश में इन दिनों चुनाव का माहौल बना हुआ है। एक धड़ा अपने स्वार्थ के लिए देश की एकता पर चोट कर देश को नुकसान पहुंचाते हैं और हमें उसे सतर्क रहना है। हमें एकता को सहारा देना है।
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