PM Modi Bhilwara Visit : हमें अपने इतिहास, संस्कृति व सभ्यता पर गर्व : प्रधानमंत्री

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PM Modi Bhilwara Visit
हमें अपने इतिहास, संस्कृति व सभ्यता पर गर्व : प्रधानमंत्री

आज समाज डिजिटल, जयपुर, (PM Modi Bhilwara Visit): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है दुनिया की अनेक सभ्यताएं परिवर्तनों के साथ खुद को ढाल नहीं पाईं और इस कारण समय के साथ वे समाप्त हो गईं। उन्होंने कहा, भारत को भी सामाजिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक रूप से तोड़ने की कई कोशिशें हुर्इं, लेकिन हमारे देश को कोई ताकत खत्म नहीं कर पाई और इसी वजह से हम भारत के हजारों वर्ष पुराने अपने इतिहास, संस्कृति व सभ्यता पर गर्व करते हैं। दरअसल पीएम मोदी आज गुर्जरों के आराध्य भगवान देवनारायण के 1111वें जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित आसींद पहुंचे थे। भीलवाड़ा के मालासेरी डूंगरी मंदिर में भगवान देवनारायण के दर्शन के बाद मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया।

मैं आम व्यक्ति की तरह आशीर्वाद लेने यहां आया

प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान देवनारायण और जनता जनार्दन, दोनों के दर्शन करके मैं धन्य हो गया हूं। उन्होंने कहा, देशभर से यहां पहुंचे सभी श्रद्धालुओं की तरह ही मैं भगवान देवनारायण से अनवरत राष्ट्रसेवा के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। यहां कोई प्रधानमंत्री यहां नहीं आया है, बल्कि मैं पूरे भक्तिभाव से आम व्यक्ति की ही तरह एक यात्री के रूप में आशीर्वाद लेने यहां आया हूं। पीएम ने कहा, भगवान देवनारायण का बुलावा आए तो किसी को कोई मौका नहीं छोड़ना चाहिए, इसीलिए मैं यहां हाजिर हो गया।

गुर्जरों से हमारा गहरा नाता

पीएम मोदी ने कार्यक्रम में मौजूद गुर्जरों से कहा कि आपका और हमारा गहरा नाता है। पीएम ने कहा, भगवान देवनारायण ने जो रास्ता दिखाया है, वह सबके साथ से सबके विकास का है। आज देश इसी रास्ते पर चल रहा है। उन्होंने कहा, बीते आठ से नौ वर्ष से देश समाज के हर उस वर्ग को सशक्त करने का प्रयास कर रहा है, जो उपेक्षित रहा है, वंचित रहा है। उन्होंने कहा, पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर मैंने लाल किले से पंच प्राणों पर चलने का आग्रह किया था। उद्देश्य यही है कि हम सभी अपनी विरासत पर गर्व करें, गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलें और देश के लिए अपने कर्तव्यों को याद रखें।

भगवान देवनारायण ने समाज में समरसता के भाव को फैलाया

प्रधानमंत्री ने कहा, भगवान देवनारायण ने समाज में समरसता के भाव को फैलाया, समाज को एकजुट किया, एक आदर्श व्यवस्था कायम करने की दिशा में काम किया। यही कारण है कि समाज के हर वर्ग में उनके प्रति श्रद्धा और आस्था है, इसलिए भगवान देवनारायण लोकजीवन में परिवार के मुखिया की तरह हैं। उन्होंने हमेशा सेवा और जन कल्याण को सर्वोच्चता दी। पीएम ने कहा, भगवान देवनारायण का जन्म कमल पर हुआ है और हमारी तो पैदाइश ही कमल से है। उन्होंने कहा कि यह संयोग है कि देवनारायण के जन्म का 1111वां वर्ष और भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिली है। उम्मीद थी कि मोदी देवनारायण मंदिर का कॉरिडोर बनाने की घोषणा करेंगें, लेकिन उन्होंने कोई घोषणा नहीं की।

बीजेपी का लोक देवताओं व आराध्य पर फोकस

पीएम मोदी धार्मिक कार्यक्रमों और मान्यताओं को लेकर प्रो-एक्टिव माने जाते हैं और उन्होंने राजस्थान में स्थानीय महापुरुषों के अलावा लोकदेवताओ व आराध्य पर फोकस किया है। राजस्थान के लोगों देवी-देवताओं के साथ-साथ स्थानीय लोक देवताओं और अपने आराध्य को लेकर बड़ी मान्यता है। इसी के मद्देनजर पीएम मोदी का फोकस राजस्थान में इन्हीं पर है। पीएम पिछले वर्ष एक नवंबर को आदिवासियों का पवित्र स्थल माने जाने वाले मानगढ़ धाम गए थे। मानगढ़ धाम में गोविंद गिरी के नेतृत्व में 1500 से ज्यादा आदिवासियों ने बलिदान दिया था। इस दौरे से भी मोदी ने राजस्थान व गुजरात के आदिवासियों को साधने की कोशिश की थी। यहां आदिवासियों में गोविंद गिरी की बड़ी मान्यता है।

आसींद विधानसभा में करीब 45 हजार गुर्जर वोटर

धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यता के इतर राजनीतिक रूप से भी पीएम मोदी का कार्यक्रम बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण था। पार्टी गुर्जरों को साधने की कोशिश में जुटी है। जिस आसींद विधानसभा में शनिवार को पीएम मोदी का कार्यक्रम हुआ, यहां भी करीब 45 हजार गुर्जर वोटर हैं। इस विधानसभा में वे तीसरा सबसे शक्तिशाली वोट बैंक हैंै। इसी तरह राजस्थान में लगभग 75 विधानसभा सीटों पर गुर्जर अपना प्रभाव रखते हैं। इसके अलावा कई अन्य राज्यों में भी इस समाज का राजनीति पर प्रभाव है।

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