PM Modi In Confederation Of Indian Industry,(आज समाज), नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कहा है कि भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक ताकत है और वो दिन दूर नहीं जब भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। विज्ञान भवन में ‘विकसित भारत की यात्रा: केंद्रीय बजट 2024-25 के बाद का सम्मेलन’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने आज यह बात कही। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की तरफ से यह सम्मेलन आयोजित किया गया है। पीएम ने कहा, भारत बहुत सधे हुए कदमों से लगातार आगे बढ़ रहा है। और मेरे तीसरे कार्यकाल में देश दुनिया की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
केवल सेंटिमेंट नहीं, कॉन्फिडेंस का बदलाव
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं सीआईआई का दिल से आभार जताता हूं। मुझे याद है, महामारी के समय आप और हम चर्चा कर रहे थे और चर्चा का विषय रहता था- गेटिंग थ्रो बैक, तब मैंने आपसे कहा था कि भारत बहुत जल्द विकास के पथ पर दौड़ेगा। मोदी ने कहा, आज भारत 8 प्रतिशत की रफ्तार से ग्रो कर रहा है। हम सभी आज चर्चा कर रहे हैं- जर्नी टुवर्ड्स विकसित भारत। यह बदलाव केवल सेंटिमेंट का नहीं, बल्कि यह बदलाव कॉन्फिडेंस का है।
2014 में क्या स्थिति थी, हमने श्वेत पत्र जारी करके बताई है
मोदी ने कहा, मैं जिस बिरादरी से आता हूं उस बिरादरी की पहचान बन गई है। चुनाव से पहले जो बातें करते हैं, वे चुनाव बाद भुला देते हैं। उन्होंने कहा, मैं वैसा नहीं हूं, इसलिए मैं याद दिला देता हूं कि मैंने कहा था मेरे तीसरे टर्म में देश तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनेगा। पीएम ने कहा, 2014 में जब आपने हमें देश सेवा करने का मौका दिया तब सबसे बड़ा सवाल यही था कि अर्थव्यवस्था को कैसे वापस पटरी पर लाया जाए। 2014 से पहले ही फ्रेजाइल फाइव वाली स्थिति और लाखों करोड़ों के घोटाले के बारे में यहां हर किसी को पता है। अर्थव्यवस्था की क्या स्थिति थी इसकी बारीकियां सरकार ने श्वेत पत्र जारी करके बताई है और मैं अब उसके विस्तार में नहीं जाऊंगा।
कैपेक्स 5 गुना की रफ्तार से बढ़ा
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि हम भारत को उस महासंकट से निकाल कर इस ऊंचाई पर लाए हैं। बजट 16 लाख से 48 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा, यूपीए सरकार के पहले बजट में कैपिटल एक्सपेंडीचर करीब 90 हजार करोड़ रुपए था। 10 साल सरकार चलाने के बाद यानी 2014 में यूपीए सरकार कैपिटल एक्सपेंडीचर का बजट 2 लाख करोड़ रुपये पहुंचा पाई थी। आज यह 11 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा है।
उन्होंने कहा, हमारी सरकार में कैपिटल एक्सपेंडीचर 5 गुना की रफ्तार से बढ़ा है। मोदी ने बताया कि 2014 में, 1 करोड़ रुपये कमाने वाली एमएसएमई को प्रिजम्प्टिव टैक्स देना होता था और अब 3 करोड़ कमाने वाली एमएसएमई भी इसका लाभ उठा सकती है। 2014 में, 50 करोड़ कमाने वाली एमएसएमई को 30 प्रतिशत कॉरपोरेट टैक्स देना होता था, आज ये रेट 22 प्रतिशत है। 2014 में, कंपनियां 30 प्रतिशत निगम कर देती थीं, आज 400 करोड़ रुपये तक की आय वाली कंपनियों के लिए ये रेट 25 प्रतिशत है।
‘शरीर की सूजन’ का उदाहरण देकर समझाया अंतर
पीएम मोदी ने कहा, बात केवल बजट बढ़ाने की नहीं है, बल्कि गुड गवर्नेंस की है। ्रपीएम मोदी ने ‘शरीर की सूजन’ का उदाहरण देकर मनमोहन सरकार और अपनी सरकार के बजट का अंतर समझाया। उन्होंने कहा, जैसे कोई कमजोर व्यक्ति होता है, जिसका वजन कम हो, लेकिन उसके शरीर में किसी बीमारी के कारण सूजन आ जाए और पहले की तुलना में कपड़े छोटे होने लग जाएं, क्या हम उसे हेल्दी मानेंगे क्या। देखने में वो हेल्दी लगे लेकिन वो कमजोर होता है। 2014 से पहले बजट का यही हाल था। बजट की बड़ी घोषणाएं इसलिए की जाती थी कि जीडीपी की सेहत अच्छी है, लेकिन सच्चाई यह है कि बजट में जो घोषणाएं होती थी वो भी जमीन पर पूरी तरह नहीं उतर पाती थी। ये लोग इंफ्रास्ट्रक्चर पर तय की गई घोषित राशि भी नहीं खर्च पाते थे। योजनाओं को तय समय पर पूरा करने को लेकर भी पहले की सरकारों का कोई जोर नहीं था। हमने 10 सालों में इस स्थिति को बदला है।