PM Awas Yojana, (आज समाज), नई दिल्ली: आम लोगों के घर के सपने को पूरा करने के मकसद से केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना का उत्तर प्रदेश में दुरुपयोग किए जाने का मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक यूपी की 11 विवाहित महिलाएं इस सरकारी योजना की पहली किस्त लेकर अपने प्रेमी के साथ भाग गई हैं। मामला सामने आने के बाद राज्य में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। घटना उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की है।
किस्त रोकने का निर्णय लिया
लोगों ने इस खबर को इंटरनेट पर खूब शेयर किया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जिन पतियों की पत्नियां पैसे लेकर अपने प्रेमी संग भागी हैं, उन्होंने अधिकारियों को इस घटना की सूचना दी है। विभाग ने इस पर चिंता जताते हुए इन लोगों की अगली किस्त रोकने का निर्णय लिया है।
पहली किस्त 40,000 रुपए
रिपोर्ट के अनुसार, जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करीब 2,350 लाभार्थियों को पैसे मिले हैं। बताया जा रहा है कि ये लाभार्थी महाराजगंज के शीतलपुर, ठूठीबारी, किशुनपुर, चटिया, रामनगर, बकुल दीहा, खसरा और मेधौली गांवों के हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इनमें से कई घरों का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है। 2000 लाभार्थियों में से लगभग 11 महिलाओं ने कथित तौर पर 40,000 रुपए की पहली किस्त ली और वे अपने पतियों को छोड़कर प्रेमियों के साथ भाग गईं।
अधिकारी वापस मांग सकते हैं पैसे
बता दें कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक प्रावधान है कि अगर कोई गड़बड़ी की सूचना मिलती है तो अधिकारी पैसे वापस मांग सकते हैं। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में भी इसी तरह की घटना सामने आई थी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को पक्का घर बनाने के लिए सरकार की ओर से सहायता मिलती है। सरकार घर बनाने के लिए करीब 2.5 लाख रुपये देती है। परिवारों की आर्थिक स्थिति के आधार पर यह धनराशि आवंटित की जाती है।