इशिका ठाकुर,कुरुक्षेत्र:
PM Fasal Bima Yojana : विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि किसानों की फसल को जोखिम से बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 18 फरवरी 2016 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लागू किया गया था। इस स्कीम के तहत 9 फसलों को अधिसूचित किया गया है। इसके लिए किसानों से खरीफ सीजन में राशि का 2 प्रतिशत व रबी सीजन में 1.5 प्रतिशत प्रीमियम लिया जाता है।
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मुआवजे की रकम सीधा किसानो के बैंक खाते में (PM Fasal Bima Yojana)
विधायक सुभाष सुधा गत्त देर सायं लघु सचिवालय के सभागार में कृषि एवं किसान विभाग द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल बीमा पाठशाला कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान विधायक सुभाष सुधा, उपायुक्त मुकुल कुमार व कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. प्रदीप मिल ने किसानों को फसल बीमा पॉलिसी का वितरण किया। विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि पीएम फसल बीमा योजना 2016-17 से किसानों के लिए आवश्यक थी परंतु उसके बाद यह स्कीम किसानों के लिए स्वैच्छिक कर दी गई है।
यदि कोई किसान अपनी फसल का बीमा नहीं करवाना चाहता तब उसको अपने सम्बन्धित बैंक में लिखकर देना होगा कि मैं अपनी फसल का बीमा नहीं करवाना चाहता। इस स्कीम के तहत किसी किसानों की फसल का जो भी खराब होता है, उसके मुआवजे के रूप में बीमा कम्पनी द्वारा सीधा किसान के बैंक खाते में मुआवजा राशि डाली जाती है। इसके लिए किसान को कहीं भी चक्कर नहीं काटने पड़ते।
किसानो को इस योजना का लाभ देने का पाने हर संभव प्रयास (Pardhan mantri Fasal Bima Yojana)
उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रशासन का संकल्प है कि किसानों को प्राकृतिक खतरों से आजादी मिले, इस लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों की फसलों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करती है। इस योजना का लाभ किसानों के घरों तक पहुंचाने के लिए ही फसल बीमा पॉलिसी वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। अब जिले, प्रदेश व देश के करोड़ों किसान गर्व से कर सकेंगे कि मेरी पॉलिसी मेरे हाथ। आगामी खरीफ वर्ष-2022 में भी किसान इस योजना से जुड़ सकते है।
बीमा कम्पनी द्वारा किसानों को जोखिम से बचने का हर संभव प्रयास (PM Fasal Bima Yojana)
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक प्रदीप मील ने बताया कि खरीफ वर्ष 2020 में 27300 किसानों द्वारा अपनी फसल का बीमा करवाया गया था, जिसके तहत बीमा कम्पनी द्वारा किसानों के फसलों के नुकसान उपरांत जिला स्तर पर किसानों के खाते में 4 करोड़ 69 लाख 10 हजार रुपये डाले गए थे। इसी के तहत रबी सीजन 2020-21 मे 23153 किसानों द्वारा अपनी फसल का बीमा करवाया गया था।
इसके तहत जिला स्तर पर 19 लाख 75 हजार रुपये उनके खाते में डाले गए थे। इसी प्रकार खरीफ सीजन-2021 में 18191 किसानों द्वारा अपनी फसल का बीमा करवाया गया था, जिसके तहत बीमा कम्पनी द्वारा 3 करोड़ 97 लाख रुपये की राशि आनी अभी बकाया है। रबी सीजन 2021-22 में 15929 किसानों द्वारा अपनी फसल का बीमा करवाया गया है, जिसके तहत बीमा कम्पनी द्वारा क्लैम जून-जुलाई 2022 में आएगा।
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