- असंध की महिला ने लगाई राष्टपति के दरबार में न्याय की गुहार
- अमरीका भेजने के नाम पर की युवक के साथ चालीस लाख की ठगी
- फरियादी की मां का आरोप- पुलिस आरोपियों को बचा रही है
Case Of Fraud, करनाल, (प्रवीण वालिया): अमरीका भेजने के नाम पर चालीस लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ एफआई आर दर्ज नहीं की है। फरियादी युवक की मां ने देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से न्याय की लगाई गुहार
उन्होंने उनसे ठगने वाले कबूतरबाजों को जेल भेजने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि आप इन कबूतरबाजों के हाथों से युवकों को बचा लो। उन्होंने कहा कि जमीन बेच कर तथा रिश्तेदारों से उधार लेकर आरोपियों को चालीस लाख रुपए दिए लेकिन उनके साथ धोखा हुआ। उन्होंने कहा कि ऐसे कबूतरबाजों जिनके पास लाइसैंस नहीं है। जो भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर लाखों रूपए ठग रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
फरियादी करनाल के असंध कस्बे के जलमाना गांव की बीबी लखविंदर कौर ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे मालक सिंह को अमरीका भेजने के नाम पर राज सिंह निवासी शेखपुरा मंचूरी असंध , गुरप्रीत कौर तथा जोगा सिंह निवासी असंध को चालीस लाख रुपए दिए लेकिन उन्होंने फर्जी विजा तैयार करवा कर उन्हें मूर्ख बनाया। उनके पैसे हड़प लिए। अब वह दर दर भटक रही हैं। पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने बताया कि उनके परिवार की डेयरी है। आरोपी उनके पास दूध लेने के लिए आता था।
40 लाख रुपए की रखी डिमांड
फरवरी 2023 में कहा कि वह उनके बेटे को अमरीका भेज सकता है। इसके लिए उसने चालीस लाख रुपए की डिमांड रखी। इसके एवज में आरोपियों ने उनसे आवश्यक कागजात और 20 लाख रुपए ले लिए। उसके बाद आरोपी उसके घर तीन बार आया। उसके बाद 23 लाख रुपए ले लिए। मार्च में उसके बेटे को वियतनाम भेज दिया। एक महीने उनका बेटा वहां रहा। बाद में लाउस भेज दिया। अमरीका भेजने का वह इंतजार करता रहा।
बाद में दिल्ली भेज दिया। उसके बाद बहाना बना कर तीन जून 2023 को उसे कीनिया भेज दिया। दिसंबर तक वह कीनिया रहा। बाद में उसे मुंबई बुला लिया। मुंबई में 20 दिन रहने के बाद उसे वापस कीनिया भेज दिया। कीनिया से दक्षिण अफरीका के जोन्हासबर्ग भेज दिया। लेकिन अमरीका नहीं भेजा। फरियादी ने होटल का खर्चा और आने जाने का खर्चा खुद बहन किया। उसे बाद उसने जब लेटर मांगा तो वह टालते रहे।
हरियाणा पंजाब में विदेश भेजने के नाम पर ठगी
मार्च 2024 में आरोपियों ने उसके पास कोलम्विया का पेपर वीजा भिजवा दिया। और उसे कोलम्विया जाने को कह दिया। जब वह इस पेपर वीजा के साथ कैनिया के एयरपोर्ट पर पहुंचा तो उसे बताया गया कि उसका पेपर वीजा नकली है। आरोपी उसे कभी कही कभी कही के चक्कर कटवाते रहे। इस दौरान उसके रिश्तेदारों से 17 लाख रुपए ले लिए। इस प्रकार उनसे आरोपियों ने चालीस लाख रुपए ले लिए। उसने बताया कि उनके बेटे को ब्राजील का नकली बीजा थमा दिया। वह 12 मई 2024 को अपने देश आ गया। 21 मई को उसने आरोपियों से पैसे मांगे लेकिन उन्होंने धमकाया। अभी तक पुलिस ने भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की हैं। उन्होंने राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री विदेश मंत्री से गुहार लगाई है कि उन्हें न्याय दिलवाया जाए।
इस मामले में जब विदेशी मामलों के विशेषज्ञ अरविंदर कादियान से बात की तो उन्होंने बताया कि हरियाणा पंजाब में विदेश भेजने के नाम पर ठगी की जा रही है । यहां पर संबधित देश का लाइसैंस लिए बिना लोग विदेश भेजने के नाम पर कारोबार कर रहे है। सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजे। उन्होंने बताया कि प्रति दिन करोड़ों की ठगी के मामले सामने आते हैं।